नवादा.एक
रौल नंबर है-2515111897, इस नंबर पर पूनम कुमारी ने 2011 में बिहार शिक्षक
पात्रता परीक्षा पास की। जाहिर तौर पर एक पूनम को टीईटी पास का सर्टिफिकेट
मिला। लेकिन इसी सर्टिफिकेट पर नवादा जिले में 11 पूनम कुमारी टीचर के पद
पर बहाल हैं।
- प्रदेश महासचिव TSS(TET शिक्षक संघ) : 27 फरवरी के आंदोलन के बाद ये तय हो चूका है कि सभी संघ एक मंच पर आकर आंदोलन की घोषणा एक साथ करें
- मुख्य विन्दु : बिहार शिक्षक नियोजन एवं सेवाशर्त नियमावली 2016
- सेवा शर्त के नाम पर िशक्षकों को ठग रही सरकार
- नियोजित शिक्षकों के लिए तैयार सेवा शर्त(लीक) की रिपोर्ट हाईकोर्ट में हो जाएगा खारिज़
- मार्च तक रिक्तियों के आधार पर बहाली शुरू करे सरकार
- बिहार के तमाम नियोजित शिक्षकों को पेंशन एवं कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ मिलने की प्रबल संभावना
- अशोक चौधरी शिक्षा मंत्री और Jyotish संवाद : थोड़ा लंबा है लेकिन पढ़िए जरूर और अपने विचार व्यक्त करें
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नवादा में पूनम अकेला मामला नहीं है। शिक्षा विभाग की सूची में फर्जी
टीईटी सर्टिफिकेट पर 260 ऐसे लोग बहाल हैं, जो मूल सर्टिफिकेट की स्कैन
काॅपी पर टीचर बन गए।
- रौल-2420110883 पर पांच प्रकाश कुमार
वर्मा, रौल-2509118276 पर चार कुमारी स्तुति, रौल-2607112134 पर चार
अपराजिता कुमारी, रौल-0528111263 के नाम पर तीन रिंकू कुमारी,
रौल-1139118079 पर तीन रश्मि कुमारी रौल-2502111669 पर तीन अरुण पासवान
बहाल हैं।
- कई ऐसे भी हैं जो दूसरे जिले के कोड नंबर और रौल
नंबर पर बहाल हैं। फर्जीवाड़ा का एक उदाहरण जिले के काशीचक प्रखंड की बेलड़
पंचायत का है। तृतीय चरण में 16 शिक्षकों की रिक्तियां थीं।
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इनमें 8 टीचर टीईटी पास जबकि आठ पदों पर गैर टीईटी अभ्यर्थी को बहाल कर
दिया गया। नवादा में बैकलाॅग और बाकी फर्जी कागजातों को मिला दें तो यह
आंकड़ा 800 तक पहुंच जाता है।
- राज्य भर के आंकड़े को देखें तो यह संख्या 40 हजार पहुंच जाएगी।
डीएम ने जांच कराने से खड़े किए हाथ
- फर्जीवाड़ा का आलम यह है कि जिला प्रशासन ने जांच से हाथ खड़ा कर दिया है। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख अफसरों की कमी बताई है।
- डीएम के मुताबिक, विभागीय स्तर पर ही जांच संभव है। लेकिन पत्र के दो माह बाद भी कोई नतीजा नही निकल पाया है।
टीईटी अनिवार्य होने पर शुरू हुई गड़बड़ी, बैकलॉग से भर्ती जारी
- 2011 में तृतीय चरण की बहाली में टीईटी पास अनिवार्य हो गया।
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लिहाजा, जब रिजल्ट आया तब मिलते जुलते नाम का सर्टिफिकेट बना लिया गया या
फिर पास अभ्यर्थी के नाम के टीईटी व बाकी सर्टिफिकेट भी फर्जी तरीके से
बनवाकर नौकरी ले ली गई।
- पहले चरण की बहाली 2006 और दूसरे चरण
की 2008 में हुई थी। उस समय टीईटी अनिवार्य नहीं था। 2012 से तीसरे चरण की
बहाली शुरू हुई। इसमें टीईटी अनिवार्य था।
- ऐसे में बैकलाॅग के आधार पर फर्जी टीचर बहाल किए गए। इनकी भर्ती अभी भी जारी है।
जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष ने सीएम को लिखा खत... साख खराब हो रही है
- जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष जीवनलाल चंद्रवंशी का दावा है कि जिले में फर्जी टीईटी और बैकलाॅग के नाम पर 800 शिक्षकों की बहाली हुई है। विभाग पूरी तरह वाकिफ है।
- ये टीचर विभाग के लिए आय का जरिया बन गए
हैं। चंद्रवंशी ने सीएम, शिक्षा मंत्री, प्रधान सचिव, डीएम और डीईओ समेत कई
अधिकारियों से शिकायत करते हुए कहा कि इससे सरकार की साख खराब हो रही है।
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शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का कहना है कि जांच के बाद गड़बड़ी करने वाले
अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। गलत तरीके से नौकरी कर रहे लोगों पर केस
होगा। मानदेय की राशि सूद समेत वसूली जाएगी।
- TSUNSS के प्रेस कांफ्रेंस की कवरेज़ मीडिया में , आंदोलन को सफल बनाने की अपील
- क्या युग आ गाया , जब सुप्रीम कोर्ट की ही कोई नही सुनता है तो नितिश सरकार हमारी क्या सुनेगी ?
- 34540 के शिक्षकों का स्थानांतरण
- प्रशासन ने मांगी मानें, टूटा आमरण अनशन
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- TSUNSS के प्रदेश उपाध्यक्ष राजू सिंह जी ने आज प्रदेश शिक्षामंत्री श्री अशोक चौधरी से मिलकर 'समान काम समान वेतन' सहित अन्य माँगों हेतु वार्ता की
- नियोजित शिक्षकों के लिए तैयार सेवा शर्त(लीक) की रिपोर्ट हाईकोर्ट में हो जाएगा खारिज़
- शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद धरना स्थगित