भागलपुर : यहां एक घंटे की क्लास लगती है. शिष्य की भूमिका में सरकारी शिक्षक होते हैं और गुरु की भूमिका में डीपीओ स्थापना. निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी भी अच्छी अंगरेजी बोलें, इसके लिए उन्होंने नयी पहल शुरू की है. उनका कार्यालय सोमवार को एक घंटे के लिए कक्षा में तब्दील हो जाता है.
हर शिक्षक जोड़ेंगे 17 शिक्षक : डीपीओ की क्लास में अंगरेजी सीखने के लिये स्वेच्छा से आने वाले हर शिक्षक 17 शिक्षक जोड़ेंगे. इस तरह अंगरेजी सीखने वालों की एक श्रृंखला बन जायेगी. इससे सरकारी स्कूलों में अंगरेजी भाषा समृद्ध हो पायेगी.
व्हाट्स एप ग्रुप भी बनाया : डीपीओ ने अंगरेजी सीखने की हसरत संजोने वाले शिक्षकों के लिये व्हाट्स एप ग्रुप भी बनाया है. इस ग्रुप के माध्यम से शिक्षकों को अंगरेजी के ज्ञान के अलावा इस विषय से संबंधित समस्याओं का निदान भी किया जायेगा.
ए से एप्पल नहीं ए से आंट पढ़ायें : विद्यार्थियों के आसपास के वातावरण का ध्यान रखना जरूरी है. इसलिए शिक्षकों से कहा गया है कि वह बच्चों को ए से एप्पल की बजाय आंट पढ़ायें. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अपने आसपास चींटी तो देखते हैं लेकिन सेब नहीं.
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व्हाट्स एप ग्रुप भी बनाया : डीपीओ ने अंगरेजी सीखने की हसरत संजोने वाले शिक्षकों के लिये व्हाट्स एप ग्रुप भी बनाया है. इस ग्रुप के माध्यम से शिक्षकों को अंगरेजी के ज्ञान के अलावा इस विषय से संबंधित समस्याओं का निदान भी किया जायेगा.
ए से एप्पल नहीं ए से आंट पढ़ायें : विद्यार्थियों के आसपास के वातावरण का ध्यान रखना जरूरी है. इसलिए शिक्षकों से कहा गया है कि वह बच्चों को ए से एप्पल की बजाय आंट पढ़ायें. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अपने आसपास चींटी तो देखते हैं लेकिन सेब नहीं.
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