पटना : नवादा के
वारिसलीगंज इलाके में पकड़े गये सेटरों और अभ्यर्थियों के हुजूम के अलावा
सफेद अटैची, फाइल और मोटी-सी लाल रजिस्टर भी मिली है. इनके अलावा 50 से
ज्यादा सिम कार्ड, दर्जनों मोबाइल फोन समेत अन्य कई इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस
भी बरामद हुए हैं.
सफेद अटैची के बाद अब इस फाइल में भी इनकी काले खेल से जुड़े कई राज सामने आये हैं.
सफेद अटैची के बाद अब इस फाइल में भी इनकी काले खेल से जुड़े कई राज सामने आये हैं.
- नियोजित शिक्षकों की याचिका पर हाईकोर्ट ने मांगा सरकार से जवाब
- TSUNSS : समान काम, समान वेतन एवम् नियमित शिक्षकों की भांति सेवाशर्त से कम कुछ भी मंजूर नही
- आम शिक्षकों की ओर से कुछ सवाल...........आचार्य रवि
- सेवा शर्त नियमावली : राज्य भर के नियोजित शिक्षको द्वारा पुरजोर विरोध , चरणबद्ध आंदोलन की तिथि का घोषणा
- मुख्यमंत्री के द्वारा शिक्षकों को लेकर दिए गए बयान का प्रारंभिक शिक्षक संघ ने किया पुरजोर विरोध
इस फाइल पर बड़े अक्षरों में 'कलरफुल,
ब्यूटीफुल गार्डेन' लिखा है. इस कोड का मतलब सेटिंग से जुड़ा पूरे कारोबार
को बताना समझा जा रहा है. इस रजिस्टर के हर पेज में कैंडिडेट का नाम, रॉल
नंबर, परीक्षा तारीख, सेंटर और लेन-देन का हिसाब-किताब लिखा है. इसमें
मुख्य रूप से सिर्फ उन्हीं छात्रों के नाम हैं, जिनकी परीक्षाएं आगामी
तारीखों में हैं. इसमें नाम से ज्यादा छात्रों के रॉल नंबर और परीक्षा
तारीखें ही हैं. नाम को स्पष्ट रूप से नहीं कोड के रूप में लिखा गया है.
चार-छह छात्रों के नाम और अता-पता साफतौर पर पता चला है. फाइल में बंद कई
कागजात मिले हैं, जिसमें 1 से 150 तक एंसर सीट बना हुआ है.
ये तमाम कागजात बिहार कर्मचारी चयन आयोग
की सभी चार चरणों की परीक्षाओं से जुड़े हुए हैं. इससे यह स्पष्ट होता है
कि एसएससी की पूरी परीक्षा में सेटिंग के बड़े खेल की पूरी तरह से तैयारी
थी. पैसे लेकर व्यापक स्तर पर धांधली करने का पूरा रैकेट ही चलता था.
बकायदा मोबाइल और ब्लूटुथ डिवाइस चोरी कराने के अलावा प्रश्न-पत्र के तीन
सेट को निकाल कर छात्रों को इसका उत्तर रटवाने का भी धंधा चलता था. सरकारी
नौकरी दिलवाने का यह रैकेट बकायदा एक प्लेसमेंट एजेंसी की तरह चलता था. हर
कैंडिडेट का नाम और अन्य सभी विवरण को रजिस्टर मेन्टेन करके दर्ज किया जाता
था. किस अभ्यर्थी का सेटर या ब्रोकर कौन है और किससे कितना पेमेंट हुआ है.
इसका पूरा विवरण दर्ज है.
नवादा के स्थानीय बाहुबली से भी लिंक
नवादा के वारिसलीगंज में चल रहे इस
व्यापक रैकेट का लिंक एक स्थानीय बाहुबली से भी मिल रहा है. इस बाहुबली का
पूरा संरक्षण इस गैंग को प्राप्त है. कई लोगों से पैसे की लेन-देन में भी
इस बाहुबली की भूमिका है. स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार,
बहुत ज्यादा लोगों की आवाजाही के कारण एक बार मकान मालिक ने गौरीशंकर
(किरायेदार) को खाली करने के लिए कहा था. परंतु इस बाहुबली ने ही हस्तक्षेप
करके मामले को शांत करवाया था और कुछ दिनों तक इस मकान में रहने देने की
हिदायत की थी. बाहुबली इस रैकेट से कहां तक जुड़ा हुआ है, इसका खुलासा अभी
नहीं हो सका है.
पढ़ाने वाले शामिल
इस रैकेट में प्रश्न-पत्र हल करने वाले
कई शिक्षक भी शामिल हैं. ये गुरुजी लोग ट्यूशन पढ़ाने के अलावा छात्रों से
पैसे लेकर इनकी बहाली कराने का भी ठेका लेते थे. ये शिक्षक पटना, नवादा,
गया समेत अन्य शहरों में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते थे. इनमें
से कईयों ने कई बड़े कोचिंग सेंटर भी खोल रखे हैं. इनकी जांच भी चल रही
है.
आगामी परीक्षा में इनके नाम मिले रजिस्टर में
प्रशांत कुमार (रॉल नंबर- 2734113),
मंजूला कुमारी (261501), मधु कुमारी (25150318). एक दूसरे पृष्ट पर
अंग्रेजी में लिखा है, परीक्षा तारीख 29 फरवरी को सुनील पांडेय (आरएस- पांच
लाख), गंगा शंकर पाठक (आरएस- 5.75 लाख), बिजेन्द्र कुमार (आरएस-5.75 लाख)
और सोनु पांडेय. इनके नाम के आगे इनसे कौन-कौन से डॉक्यूटमेंट लिये गये
हैं, इसका भी विवरण है. कई रॉल नंबर भी लिखे मिले हैं, जिन्हें देखकर लगता
है कि इनसे पैसे की डील फाइनल नहीं हुई.
छात्रों का आक्रोश मार्च
पटना. जन अधिकार छात्र परिषद के द्वारा
बीएसएससी परीक्षा में पर्चा लीक होने के खिलाफ और परीक्षा रद्द करने की
मांग को लेकर पूर्व के घोषित कार्यक्रम के अनुसार पटना विश्वविद्यालय के
मुख्य द्वार से जैसे ही आक्रोश मार्च निकालते हुए मुख्यमंत्री के घेराव के
लिए निकले तभी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. छात्रों ने आरोप लगाया कि
गिरफ्तार छात्रों के साथ पुलिस थाने में सौतेला व्यवहार करते हुए मिलने गए
छात्रों पर भी लाठी चार्ज किया.
दूसरी तरफ गिरफ्तारी के बाद छात्र उग्र
हो गए और छात्रों का जत्था मुसल्लहपुर हाट होते हुए भिखना पहाड़ी, नया टोला
होते हुए गोपाल मार्केट के पास टायर जला विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने
कहा कि परीक्षा को जल्द रद्द किया जाए, नई जांच कमेटी का गठन हाइकोर्ट के
रिटायर्ड जज के नेतृत्व में किया जाए तथा तत्काल आयोग के चेयरमैन को
निलंबित किया जाये.गिरफ्तार छात्र नेताओं में छात्र परिषद् के प्रधान
महासचिव आजाद चांद प्रदेश उपाध्यक्ष विकास बॉक्सर, महासचिव रघुवंश मणी,
अविनाश कुमार, लालू कुमार, अश्वीनी शादी, रवि कुमार, नीतीश यादव, संतोष
यादव, अरुण कुमार, कृष्ण मुरारी, रंजन, सन्नी कुमार शामिल हैं.
हंगामा, फूंका पुतला
पटना. बीएसएससी परीक्षा रद्द करने की
मांग अब जोर पकड़ने लगी है. इसको लेकर सैंकड़ों छात्र विभिन्न राजनैतिक
संगठनों और सामाजिक संगठनों के अलावा स्वयं जमा होकर मंगलवार को सड़क पर
उतरे आये. उन्होंने बीएसएससी के पदाधिकारियों का पुतला फूंका, सरकार के
खिलाफ जमकर नारे लगाये और कहा कि हर हाल में ऐसी परीक्षा स्थगित होनी
चाहिए. इसमें शुरू से ही भ्रष्टाचार की बूआ रही है. उन्होंने यह भी मांग की
है कि हाइकोर्ट के रिटायर्ड जज इस पूरे मामले की जांच करें उन्हें सरकारी
तंत्र पर भरोसा नहीं है.
विद्यार्थियों का समूह कोचिंग हब कहलाने
वाले भिखना पहाड़ी मोड़ चाैक पर दोपहर बारह बजे के आसपास जमा हुए. यहां पर
छात्रों ने जमा होकर गोपाल मार्केट, मछुआ टोली, उद्योग भवन होते हुए
कारगिल चौक पर पहुंचे और सरकार के खिलाफ खूब नारे लगाते हुए धरने पर बैठक
गये. एआइएसएफ और जनाधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी बीएसएससी की
परीक्षा रद्द करने को लेकर प्रदर्शन किया. एआइएसएफ के पटना जिला पर्षद के
कार्यकर्ताओं ने कारगिल चौक पर ही पुतला फूंका.
नवादा व पटना में सेटिंग करने वाला एक ही गैंग
पटना. बीएसएससी की परीक्षा के दौरान
पकड़े गये पटना व नवादा में पकड़े गये गिरोह के सदस्य एक ही तार से जुड़े
हैं. एसआइटी की टीम ने जब मामले में अनुसंधान करते हुए अपना कदम बढ़ाय तो
फिर यह जानकारी मिली कि इस गोरखधंधे में एक ही गैंग काम कर रहा था और उसने
पटना में कांटी फैक्टरी रोड व नवादा में कंट्रोल रूम बनाया था. कई छात्रों
को पटना कंट्रोल रूम से और दर्जनों छात्रों को नवादा स्थित कंट्रोल रूम से
नियंत्रित किया जा रहा था. हालांकि इन दोनों की कंट्रोल रूम का गठन करने
वाला मास्टरमाइंड अब भी फरार है.
सूत्रों के अनुसार पवन को पटना पुलिस
रिमांड पर लेगी. इसके साथ ही इस बात की भी चर्चा है कि एक अभिषेक नाम के
युवक को पुलिस ने पकड़ा है. उसे ही गुरूजी बताया जा रहा है. हालांकि पुलिस
इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है. सोमवार की शाम अगमकुआं थाना पुलिस द्वारा
न्यायालय से सेटर गिरोह के सरगना पवन को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय
से अाग्रह किया गया था.
- चायनिज सेवा-शर्त का शेषभाग........ सबसे बड़ा धोखा तो अनुशासनिक कार्यवाई के मामले में
- 'नयी बोतल में पुरानी शराब' की भांति है सेवाशर्त का झुनझुना
- अच्छी सूचना : प्रशिक्षण के मामले में ODL , DPE संवर्द्धन शुरू
- सेवा शर्त के प्रारूप मंजूर नहीं : यह सेवा शर्त निरीह शिक्षकों के दर्द के मलहम के जगह और दर्द बढाने वाला
- बिंदुवार विश्लेषण : नियोजित शिक्षकों के साथ बहुत बड़ा धोखा
- बिहार के मुख्यमंत्री के कुकृत्य : नही पता आपका गति रावण के जैसा होगा या कंश के जैसा