अररिया। नियोजित शिक्षकों के प्रति सरकार की नीति साफ नहीं है। समान कार्य
के लिए समान वेतन का भुगतान किया जाता है। यह बातें प्रारंभिक शिक्षक संघ
के जिला संयोजक मो. जाफर रहमानी ने शुक्रवार को समाहरणालय परिसर में एक
दिवसीय धरना कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के पारित आदेश में स्पष्ट रूप से समान कार्य के लिए समान वेतन का निर्देश दिया गया है। बिहार सरकार की अधिसूचना में भी अन्य राज्य कर्मियों की तरह नियोजित शिक्षकों को सारी सुविधा देने की बात कही गई है। इसके बावजूद सरकार नियोजित शिक्षकों के प्रति सौतेला व्यवहार कर रही है। नियोजित शिक्षकों को सातवें वेतन का लाभ से वंचित किया जा रहा है। वहीं शहजाद, शकील , सुषमा देवी आदि ने भी अपने अपने विचार रखे। धरना प्रदर्शन के बाद संघ के कार्यकताओं ने विभिन्न मार्गों पर रैली निकाल कर सरकार के विरुद्ध नारे बाजी किया। मौके पर कविता कुमारी, रेणु कुमारी, अर्चाना कुमारी, अनुपम देवी, अंजू कुमारी, रीता कुमारी, सुधा मिश्रा, मनप्रीत देवी आदि उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के पारित आदेश में स्पष्ट रूप से समान कार्य के लिए समान वेतन का निर्देश दिया गया है। बिहार सरकार की अधिसूचना में भी अन्य राज्य कर्मियों की तरह नियोजित शिक्षकों को सारी सुविधा देने की बात कही गई है। इसके बावजूद सरकार नियोजित शिक्षकों के प्रति सौतेला व्यवहार कर रही है। नियोजित शिक्षकों को सातवें वेतन का लाभ से वंचित किया जा रहा है। वहीं शहजाद, शकील , सुषमा देवी आदि ने भी अपने अपने विचार रखे। धरना प्रदर्शन के बाद संघ के कार्यकताओं ने विभिन्न मार्गों पर रैली निकाल कर सरकार के विरुद्ध नारे बाजी किया। मौके पर कविता कुमारी, रेणु कुमारी, अर्चाना कुमारी, अनुपम देवी, अंजू कुमारी, रीता कुमारी, सुधा मिश्रा, मनप्रीत देवी आदि उपस्थित थे।