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7वें वेतन के लाभ के लिए सड़क पर उतरे शिक्षक

पूर्णिया। छात्रों को सहनशीलता का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षक शुक्रवार को सड़क पर आक्रोश जाहिर कर रहे थे। शिक्षक 7वें वेतन आयोग का लाभ नहीं दिए जाने से आक्रोशित थे। वे समान काम के लिए समान वेतन की मांग कर रहे थे।
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में काफी संख्या में शिक्षक इंदिरा गांधी स्टेडियम से निकले तथा गिरिजा चौक, जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय होते हुए आरएन साव चौक पहुंचे तथा आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। आरएन साव चौक पर शिक्षकों ने मुख्य सड़क पर काफी देर तक नारेबाजी की जिससे यातायात बाधित हो गया। बाद में शिक्षकों के एक शिष्टमंडल ने डीएम कार्यालय पहुंच कर मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने मानव श्रृंखला में काला बिल्ला लगाकर शामिल होने तथा मांगें नहीं माने जाने पर 28 जनवरी को सभी प्रमंडल मुख्यालय पर धरना देने का निर्णय लिया है।
प्रदर्शन में शामिल शिक्षक नेताओं का कहना था कि शिक्षक छात्रों को गुणवत्त पूर्ण शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध हैं। वे अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं लेकिन सरकार की दोहरी नीति से वे लोग आहत हैं। कहा कि काफी कम वेतन पर उन लोगों का नियोजन किया गया। जबकि नियोजित शिक्षकों में अधिकांश उच्च शिक्षा प्राप्त है तथा सरकार द्वारा आयोजित प्रतियोगिता परीक्षा पास कर आए हैं। बावजूद पुराने शिक्षकों की तुलना में उन्हें एक चौथाई भी राशि भी वेतन के रूप में नहीं दी जाती है जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी समान काम के लिए समान वेतन दिए जाने का निर्देश दिया है। वेतन को लेकर सरकार ने शिक्षकों को आश्वस्त किया था कि उन्हें अब अन्य कर्मचारियों जैसी सुविधाएं मिलेगी। लेकिन जब सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें आई तो उसके लाभ से शिक्षकों को वंचित कर दिया गया। कहा गया कि नियोजित शिक्षक सरकार के कर्मचारी नहीं हैं। सरकार की इस दोहरी नीति के कारण शिक्षक समाज आहत है और इसी कारण से उन्हें सड़क पर उतरना पड़ा। शिक्षक नेताओं ने कहा कि जिला प्रशासन की अदूरदर्शी नीति के कारण भी जिले की शिक्षकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षकों ने समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं किए जाने पर विभागीय अधिकारियों के खिलाफ आंदोलन चलाए जाने की चेतावनी दी। प्रदर्शन में शामिल शिक्षक सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। आरएन साव चौक पर शिक्षकों ने काफी देर तक नारेबाजी की तथा बाद में एक शिष्टमंडल डीएम कार्यालय में अपना ज्ञापन सौंपा। दिए गए ज्ञापन में शिक्षकों एवं पुस्तकालय अध्यक्षों को सातवें वेतन का लाभ देने, समान काम के लिए समान वेतन देने, अप्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड-पे देने आदि मांगें शामिल हैं। प्रदर्शन का नेतृत्व संघ के जिलाध्यक्ष कर रहे थे। शिक्षकों को शिक्षक नेता अनवार करीम ने भी संबोधित किया। इसमें गणेश यादव, राजारम पासवान, सरवर आलम, प्रमोद विश्वास, मुजाहिद इस्लाम, विकास यदुवंशी सहित सैकड़ों शिक्षक शामिल थे।

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