जागरण संवाददाता, बांका । शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया पूरी जानी है। ऐसे में हर जगह से गड़बड़ी की शिकायत भी आने लगी है। शुक्रवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने डीपीओ से मिलकर इस समस्या से अवगत कराया।
अभ्यर्थियों ने बताया कि मेधा सूची में ऑफलाइन तथा ऑनलाइन आपत्ति करने के बाद भी सुधार नहीं हुआ। औपबंधिक मेधा सूची में नाम, पता, जाति की कोटि तथा मेधा अंक में जान बूझकर मुखिया, पंचायत सचिव शिक्षक की मिलीभगत के कारण ज्यादा मेधा अंक वाले छात्रों का नाम अंतिम मेधा सूची से गायब है। मेधा सूची में जान बूझकर गड़बड़ी की गई है। जिससे नियोजन के समय ज्यादा मेधा अंक वाले छात्र नियोजन में शामिल नहीं हो सकेंगे और कम मेधा अंक वाले छात्र मुखिया, शिक्षक व पंचायत सचिव को पैसा देकर सेटिंग करने में लगे हैं। ऐसे ही छात्र नियोजन में भाग ले पाएंगे। जिनकी मेधा अंक कम है। शुक्रवार को डीपीओ स्थापना से अभ्यर्थी अनीता कुमारी, राजकुमार दास, जयकांत कुमार, सोनू कुमार, नंदन पांडे, कुंदन रजक, श्रवण सिंह , नीरज, उदयनंद यादव, प्रदीप कुमार, राजेंद्र पंडित आदि ने मिलकर समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।पूर्व के नियोजन में भी हुआ था फर्जीबाड़ा
अभ्यर्थियों का आरोप है कि इसके पूर्व भी पंचायत नियोजन इकाई द्वारा नियोजित शिक्षकों के बहाली में बड़े पैमाने पर फर्जीबाड़ा किया गया था, जिसका परिणाम है कि उच्च न्यायालय के आदेश पर उसकी निगरानी जांच चल रही है। राज्यभर में अभी भी हजारों की संख्या में फर्जी शिक्षक काम कर रहे हैं। जिसकी अभी तक जांच भी पूरी नहीं हो सकी है। पंचायत नियोजन इकाई के सचिव जिला शिक्षा विभाग द्वारा मांगी जा रही मूल मेधा सूची उपलब्ध ही नहीं करा पा रही है। जिससे जांच प्रक्रिया बाधित है।
इन पंचायतों में हुई गड़बड़ी
अमरपुर- कुशमाहा
बांका - दोमुहान, रैनियां,
बेलहर - बहोरना, साहेबगंज
बौंसी- कुडऱो, असनाहा, अंगारू-जबड़ा
चांदन - कुसुमजोरी, चांदवारी, उत्तरी वारने
धोरैया - चंदाडीह, रनगांव, लौगांय, पैर, भेलाय, महिला विशनपुर
कटोरिया - घोरमारा, कोल्हासार, जमदाहा
रजौन - रजौन प्रखंड
शंभूगंज- झखरा, कसबा, गुलनी कुशाहा, परमानंदपुर