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अब 1 साल का छूटा कोर्स 3 माह में होगा पूरा, कोरोना काल में बर्बाद पढ़ाई का इलाज है ब्रिज कोर्स

 Patna: बिहार में कोरोना की वजह से पूरी दुनिया की पढ़ाई प्रभावित हुई है और बिहार भी इस चीज से अछूता नहीं है. पिछले साल कोरोना की आहट होने के बाद शिक्षा विभाग ने स्कूलों को बंद कर दिया गया. जिस वजह से सत्र 2020-21 की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हुई है.

हालांकि, राहत दिलाने के मकसद से विभाग ने ऑनलाइन क्लास (Online Class) शुरू की गई थी. दूरदर्शन पर भी पढ़ाई का प्रसारण हुआ बावजूद छात्रों को इसका खास फायदा नहीं हुआ. लिहाजा, विभाग ने लाखों छात्रों को राहत दिलाने के मकसद से एक नई पहल की है. एक नए तरह का कोर्स शुरू किया जाएगा जिसे विभाग ने नाम दिया है ब्रिज कोर्स (Bridge Course).

प्राथमिक शिक्षा विभाग के निदेशक डॉक्टर रणजीत कुमार सिंह के मुताबिक, अप्रैल से ये तीन महीने का कोर्स शुरू किया जाएगा, लेकिन क्लासरूम का जो अनुभव होता है वो अनुभव छात्रों को ऑनलाइन क्लास (Online Class) से नहीं मिलता है. लिहाजा एक नया कोर्स शुरू किया जा रहा है जिसे नाम दिया गया है ब्रिज कोर्स.

प्राथमिक शिक्षा विभाग के मुताबिक, सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ये फैसला लिया गया है. इसके साथ ही विभाग छात्रों के दाखिले के लिए एडमिशन ड्राइव (Admission Drive) भी चला रहा है जिसमें नए बच्चों का दाखिला लिया जाएगा. एडमिशन ड्राइव में सरकारी शिक्षकों के साथ टोला सेवकों की भी मदद ली जा रही है. 

आइए जानते हैं कि क्या है ब्रिज कोर्स और ये कैसे छात्रों का लाभ पहुंचाएगा.

- ब्रिज कोर्स तीन महीने का होगा. ये कोर्स अप्रैल 2021 से शुरू होगा
- अप्रैल 2021 से शुरू होने वाला कोर्स जून 2021 में खत्म होगा
- पिछले क्लास की पढ़ाई अगले क्लास में जाने वाले छात्रों को पढ़ाई जाएगी. क्रैश कोर्स (Crash Course) के जरिए साल भर का सिलेबस तीन महीने में पूरा होगा.
- ब्रिज कोर्स (Bridge Course) को मिशन मोड में पूरा किया जाएगा और इसके लिए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों यानि DEO को इसकी जानकारी दे दी जाएगी.
- नए छात्रों के दाखिले के लिए एडमिशन ड्राइव भी चलाया जाएगा. नए छात्रों के दाखिले के लिए शिक्षकों के साथ टोला शिक्षकों की मदद ली जा रही है.

दूसरे शब्दों में कहें तो अगर कोई छात्र पांचवीं में पढ़ता है तो पहले तीन महीने में उसे क्लास चार के सिलेबस पढ़ाए जाएंगे. इसी के साथ विभाग की ये भी कोशिश रहेगी कि नए छात्रों का दाखिला भी अधिक से अधिक संख्या में हो सके. कोरोना की वजह से पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई है. 

पिछले साल कोरोना की वजह से छात्रों का जो नुकसान हुआ अब इसी नुकसान की भरपाई ब्रिज कोर्स (Bridge Course) के जरिए की जाएगी. तीन महीने तक चलने वाले इस कोर्स का फायदा लाखों छात्रों को मिलना तय है.

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