खगड़िया | निज प्रतिनिधि
चार सदस्यीय नैक पीयर टीम शुक्रवार को कोशी कॉलेज पहंुचकर मूलयांकन किया।
दो दिवसीय दौरे पर पहुंची नैक पीयर टीम में अध्यक्ष के रूप में शामिल रेसिडेंशियल यूनिवर्सिटी देहरादून के वाइस चांसलर डा. होशियार धामी, सदस्य के रूप में इंदिरा गांधी नेशनल ओपेन यूनिवर्सिटी के प्रो. डा. नारायण प्रसाद, मरूधार केशरी जैन कॉलेज फॉर वुमैन वानियाम्बदी तमिलनाडु के प्राचार्य डा. एम सेंथिलराज मथकृष्णन व ऑब्जर्बर के रूप में डिपार्टमेंट ऑफ मेक्निकल इंजीनियरिंग सेंट्रल कॉलेज कैम्पस बेंगलौर यूनिवर्सिटी के प्रो. डा. एचसी चित्ताप्प पहले दिन कॉलेज के इंन्फ्रास्ट्रक्चर को देखा। सबसे पहले कॉलेज के प्राचार्य द्वारा टीम के सदस्यों के सामने कॉलेज से संबंधित पावर प्वाइंटर के माध्यम से विजुअल प्रजेंटेंशन दिया। जिसमें कॉलेज के इतिहास, सुविधा, उपलब्धि, शिक्षक व छात्र संख्या सहित अन्य जानकारी रखी गई।
इस दौरान टीम ने मंुगेर विश्वविद्यालय के वीसी डा. रंजीत कुमार वर्मा की कॉलेज में फिजिक्स व केमेस्ट्री के एक भी शिक्षक पदस्थापित नहीं किए जाने पर क्लास लगाई। टीम ने कहा कि बिना शिक्षक के पीजी में नामांकन कैसे ली जा रही है? डिपार्टमेंटवार शिक्षकों की उपलब्धियों, छात्रों के नामांकन व उपस्थिति के बारे में जानकारी ली गई। जिसमें अधिकांश विषयों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के आंकड़े कम होने पर चिंता जताई गई। हालांकि इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डा. नरेश प्रसाद यादव द्वारा पीजी में छात्र-छात्राओं के नामांकन के अनुपात में 80 प्रतिशत उपस्थिति होने की बात बताई गई। जिस पर संतोष जाहिर किया गया। साथ ही बताया गया कि छात्र-छात्राओं का सेमिनार, भ्रमण आदि गतिविधि होती है। बताया गया कि दो-दो सदस्यों की टीम बनाकर अलग-अलग विजिट किया गया। इस दौरान इतिहास, राजनीतिशास्त्र, हिन्दी, अंग्रेजी, उर्दू, सांइस सहित अन्य डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष से जानकारी ली गई।
कॉलेज की व्यवस्था को देखा: टीम कॉलेज के शिक्षकों व पूर्ववर्ती छात्रों से वार्ता बाद कॉलेज की व्यवस्था देखी। इससे पहले पुस्तकालय की व्यवस्था को देखी गई। जिसमें पाया गया कि लाइबे्ररी कम्प्यूटरीकृत कर दिया गया है। इस दौरान जरूरी निर्देश भी दिया। वहीं छात्रावास की व्यवस्था को भी देखा। साथ ही अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। नैक मूल्यांकन को लेकर कॉलेज परिसर में साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्था मूल्यांकन टीम ने पिछली बार से बेहतर दिखी। जगह-जगह डस्टबिन था। रंगोली बनाया गया था। रंग-रोगन किया गया था। शिक्षक व कर्मी मुश्तैद थे।
शुक्रवार को शहर के कोशी कॉलेज के अल्पसंख्यक छात्रावास के पास जानकारी लेते नैक पीयर टीम के सदस्य।