संवाद सूत्र, मधेपुरा : शिक्षक बहाली मोर्चा की बैठक रविवार को टीपी कॉलेज
में जिलाध्यक्ष रणधीर कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में
बीटीईटी व सीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी शामिल हुए। बैठक में कहा गया कि
शिक्षक बहाली की प्रक्रिया अविलंब जारी करवाने तथा सभी उत्तीर्ण
अभ्यर्थियों की नियुक्ति करवाने के संबंध में बिहार सरकार व शिक्षा मंत्री
से कई बार आग्रह किया गया।
परंतु, सरकार सुप्रीम कोर्ट में समान काम, समान वेतन का हवाला दे रही है जो अनुचित है। सरकार चाहे तो शिक्षकों की बहाली अविलंब कर सकती है। जिससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार आ सके। लेकिन, सरकार शिक्षक बहाली को लेकर पूरी तरह से उदासीन बनी हुई है। बैठक में कहा गया कि सरकार को शिक्षा के अधिकार अधिनियम का पालन करते हुए शिक्षकों की भारी कमी को दूर किया जाना चाहिए। बीटीईटी व सीटीईटी अभ्यर्थियों ने एक स्वर में कहा कि यदि सरकार शिक्षक बहाली का विज्ञापन 15 जनवरी 2019 तक जारी नहीं किया तो सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थी बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को तैयार है। अभ्यर्थियों ने कहा कि जब तक सरकार शिक्षकों की कमी को दूर नहीं करेगी शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं होगा। राज्य सरकार बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। बच्चे कल के भविष्य हैं, इसे संवारा जाना चाहिए। बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकार के गलत नीतियों के विरोध में 12 जनवरी को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन, मशाल जुलूस व शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया जाएगा। इस अवसर पर अजीत, आभाष, मु. सब्बीर, बबलू, तेज नारायण, सोनी, आनंद कुमार भूषण, अभिनंदन, विजय, विपीन, संजय, सौरभ, सतीश, विनोद, मनसफ, ¨पटू, रंजन, मृत्युंजय, मयंक, रत्नेश, राजेश, नवीन, संजीव, सुभाष, जितेंद्र, विकास आलोक, अमित, प्रभात, नीतीश, सुमन, विश्वजीत, प्रमोद, ब्रजेश, रामनरेश, रूपेश आदि उपस्थित थे।
परंतु, सरकार सुप्रीम कोर्ट में समान काम, समान वेतन का हवाला दे रही है जो अनुचित है। सरकार चाहे तो शिक्षकों की बहाली अविलंब कर सकती है। जिससे शिक्षा व्यवस्था में सुधार आ सके। लेकिन, सरकार शिक्षक बहाली को लेकर पूरी तरह से उदासीन बनी हुई है। बैठक में कहा गया कि सरकार को शिक्षा के अधिकार अधिनियम का पालन करते हुए शिक्षकों की भारी कमी को दूर किया जाना चाहिए। बीटीईटी व सीटीईटी अभ्यर्थियों ने एक स्वर में कहा कि यदि सरकार शिक्षक बहाली का विज्ञापन 15 जनवरी 2019 तक जारी नहीं किया तो सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थी बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को तैयार है। अभ्यर्थियों ने कहा कि जब तक सरकार शिक्षकों की कमी को दूर नहीं करेगी शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं होगा। राज्य सरकार बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। बच्चे कल के भविष्य हैं, इसे संवारा जाना चाहिए। बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकार के गलत नीतियों के विरोध में 12 जनवरी को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन, मशाल जुलूस व शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया जाएगा। इस अवसर पर अजीत, आभाष, मु. सब्बीर, बबलू, तेज नारायण, सोनी, आनंद कुमार भूषण, अभिनंदन, विजय, विपीन, संजय, सौरभ, सतीश, विनोद, मनसफ, ¨पटू, रंजन, मृत्युंजय, मयंक, रत्नेश, राजेश, नवीन, संजीव, सुभाष, जितेंद्र, विकास आलोक, अमित, प्रभात, नीतीश, सुमन, विश्वजीत, प्रमोद, ब्रजेश, रामनरेश, रूपेश आदि उपस्थित थे।