सीतामढ़ी। समान काम के लिए समान वेतन एवं सेवा शर्त की मांग पर डटे
माध्यमिक शिक्षकों ने पांचवें दिन बुधवार को भी मैट्रिक मूल्यांकन कार्य
बाधित रखा। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार ने
शिक्षकों को चट्टानी एकता को बरकरार रखते हुए मांगों के समर्थन में आंदोलन
को जारी रखने की अपील की।
कहा कि इंटर मूल्यांकन के 22 वें दिन व मैट्रिक मूल्यांकन के 5 वें दिन भी मूल्यांकन कार्य बाधित रहा। कहा कि हम शिक्षकों को सरकार की गीदड़भभकी से डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन को धारदार बनाकर मुंहतोड़ जबाब देने की आवश्यकता है। कहा कि राष्ट्रपति का यह अरमान -'सबकी शिक्षा एक समान, सबका वेतन एक समान' को लागू कराने की मांग को लेकर शिक्षा सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया गया है। कहा कि जब तक राज्य नेतृत्व का किसी प्रकार का निर्देश नहीं प्राप्त होता है तब तक माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापकों से आग्रह है कि परीक्षक व प्रधान परीक्षक को मूल्यांकन कार्य के लिए विरमित नहीं करेंगे। मौके पर सचिव आलोक रंजन, राजीव कुमार पांडेय, उमेश आलोक, मुर्तुजा शाह आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।
कहा कि इंटर मूल्यांकन के 22 वें दिन व मैट्रिक मूल्यांकन के 5 वें दिन भी मूल्यांकन कार्य बाधित रहा। कहा कि हम शिक्षकों को सरकार की गीदड़भभकी से डरने की जरूरत नहीं है। बल्कि अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन को धारदार बनाकर मुंहतोड़ जबाब देने की आवश्यकता है। कहा कि राष्ट्रपति का यह अरमान -'सबकी शिक्षा एक समान, सबका वेतन एक समान' को लागू कराने की मांग को लेकर शिक्षा सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया गया है। कहा कि जब तक राज्य नेतृत्व का किसी प्रकार का निर्देश नहीं प्राप्त होता है तब तक माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापकों से आग्रह है कि परीक्षक व प्रधान परीक्षक को मूल्यांकन कार्य के लिए विरमित नहीं करेंगे। मौके पर सचिव आलोक रंजन, राजीव कुमार पांडेय, उमेश आलोक, मुर्तुजा शाह आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।