खगड़िया। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले मध्य विद्यालय
महेशखूंट में एक जिला स्तरीय बैठक की गई, जिसकी अध्यक्षता संघ के
जिलाध्यक्ष संजय कुमार यादव ने की।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि विभिन्न संकुल स्तर पर हो रहे प्राथमिक व मध्य विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा की कॉपी के मूल्यांकन का बहिष्कार गैर कानूनी है।
उन्होंने प्रदेश नेतृत्व के निर्देश का हवाला देते हुए बताया कि समान काम के लिए समान वेतन सहित शिक्षकों की समुचित सुविधाओं को लेकर एक मामला उच्च न्यायालय में लंबित है। न्यायालय ने चार सप्ताह का समय दिया है। इस संदर्भ में बिहार सरकार से तलब किया गया है। ऐसे में मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार अनैतिक व गैर कानूनी है। वहीं, संघ के विधि सलाहकार सुनील कुमार मिश्रा ने कहा कि न्यायालय ने शिक्षकों के हित में संज्ञान लिया है। सरकार से 15 अप्रैल तक जबाव मांगा गया है। ऐसे में किसी तरह का आंदोलन किया जाना, शिक्षक के आचरण के प्रतिकूल है। यदि मांगे पूरी नहीं होती है तो आगामी 17 अप्रैल से शिक्षकों के समुचित लाभ के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किया जाएगा। उन्होंने आह्वान किया कि गुरुवार से संकुल जाकर शिक्षक-शिक्षिका कॉपी का मूल्यांकन कार्य निष्ठा से करते हुए धैर्य रखें।
वहीं, जिला सचिव मो. असफाक ने भी बैठक को संबोधित किया। संयुक्त सचिव संगीता कुमारी ने कहा कि क्षेत्र के विभिन्न संकुल में बुधवार को तीसरे दिन भी वार्षिक परीक्षा की कॉपी की जांच नहीं हुई। जिससे आगामी सत्र में पढ़ाई को लेकर विद्यार्थियों को देर हो रही है। बैठक में संयुक्त सचिव विजय कुमार ¨सह, प्रखंड अध्यक्ष चन्द्रशेखर यादव, गुड्डू प्रसाद यादव, संजीव कुमार, कमल किशोर, गुड्डू कुमार, कृष्ण मुरारी, मुन्नी कुमारी, मो. रियाज अली, प्रभात कुमार, रवि आनंद समेत अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि विभिन्न संकुल स्तर पर हो रहे प्राथमिक व मध्य विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा की कॉपी के मूल्यांकन का बहिष्कार गैर कानूनी है।
उन्होंने प्रदेश नेतृत्व के निर्देश का हवाला देते हुए बताया कि समान काम के लिए समान वेतन सहित शिक्षकों की समुचित सुविधाओं को लेकर एक मामला उच्च न्यायालय में लंबित है। न्यायालय ने चार सप्ताह का समय दिया है। इस संदर्भ में बिहार सरकार से तलब किया गया है। ऐसे में मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार अनैतिक व गैर कानूनी है। वहीं, संघ के विधि सलाहकार सुनील कुमार मिश्रा ने कहा कि न्यायालय ने शिक्षकों के हित में संज्ञान लिया है। सरकार से 15 अप्रैल तक जबाव मांगा गया है। ऐसे में किसी तरह का आंदोलन किया जाना, शिक्षक के आचरण के प्रतिकूल है। यदि मांगे पूरी नहीं होती है तो आगामी 17 अप्रैल से शिक्षकों के समुचित लाभ के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किया जाएगा। उन्होंने आह्वान किया कि गुरुवार से संकुल जाकर शिक्षक-शिक्षिका कॉपी का मूल्यांकन कार्य निष्ठा से करते हुए धैर्य रखें।
वहीं, जिला सचिव मो. असफाक ने भी बैठक को संबोधित किया। संयुक्त सचिव संगीता कुमारी ने कहा कि क्षेत्र के विभिन्न संकुल में बुधवार को तीसरे दिन भी वार्षिक परीक्षा की कॉपी की जांच नहीं हुई। जिससे आगामी सत्र में पढ़ाई को लेकर विद्यार्थियों को देर हो रही है। बैठक में संयुक्त सचिव विजय कुमार ¨सह, प्रखंड अध्यक्ष चन्द्रशेखर यादव, गुड्डू प्रसाद यादव, संजीव कुमार, कमल किशोर, गुड्डू कुमार, कृष्ण मुरारी, मुन्नी कुमारी, मो. रियाज अली, प्रभात कुमार, रवि आनंद समेत अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।