औरंगाबाद। जिले के 1350 प्राथमिक एवं अवकाश प्राप्त शिक्षकों को 18 वर्ष
लंबे संघर्ष के बाद जिला शिक्षा प्रोन्नति समिति ने प्रवरण वेतनमान
प्रोन्नत करने का निर्णय लिया है। 29 मार्च को लिए गए इस निर्णय में 52
शिक्षकों को प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नत किया गया है, जबकि 79 शिक्षकों
को स्नातक प्रशिक्षित पद पर प्रोन्नति दी गई है।
लंबे समय से शिक्षक प्रोन्नति के इंतजार में करीब 300 शिक्षकों की मौत भी हो गई है। सेवानिवृत्त शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुभाष चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि यह फैसला स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए डीएम कंवल तनुज बधाई के पात्र हैं। उनके दबाव में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नींद खुली और उनलोगों के पक्ष में यह निर्णय लिया गया। 18 सितंबर एवं 19 दिसंबर 2016 को संघ ने महाधरना दिया था।
लंबे समय से शिक्षक प्रोन्नति के इंतजार में करीब 300 शिक्षकों की मौत भी हो गई है। सेवानिवृत्त शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुभाष चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि यह फैसला स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए डीएम कंवल तनुज बधाई के पात्र हैं। उनके दबाव में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की नींद खुली और उनलोगों के पक्ष में यह निर्णय लिया गया। 18 सितंबर एवं 19 दिसंबर 2016 को संघ ने महाधरना दिया था।