बिहार राज्य वित्त रहित शिक्षा संयुक्त मोरचा एवं बिहार माध्यमिक
शिक्षक संघ के शिक्षकों का इंटर की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य का
बहिष्कार मंगलवार को भी जारी रहा. इस दौरान शिक्षकों ने राज्य सरकार की
शिक्षा विरोधी नीतियों की आलोचना की.
सुपौल : स्थानीय बीएसएस महाविद्यालय में इंटरमीडिएट उत्तर पुस्तिका के
मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार मंगलवार को सातवें दिन भी जारी रहा. बिहार
राज्य वित्त रहित शिक्षा संयुक्त मोरचा एवं बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के
शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर सरकार के शिक्षा विरोधी
नीतियों की आलोचना की है.
वित्त रहित शिक्षा संयुक्त मोरचा के प्रदेश सचिव विश्वनाथ प्रसाद
यादव के नेतृत्व में चल रहे विरोध प्रदर्शन में उन्होंने कहा कि सरकार
वित्त रहित व वित्त सहित शिक्षकों से वार्ता के बजाय अनर्गल प्रलाप कर रही
है. यह राज्य के लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. उन्होंने कहा
कि सरकार को अड़ियल रवैया अपनाने के बजाय शिक्षकों के साथ वार्ता कर
सम्मानजनक समझौता करना चाहिये. जिला संयुक्त सचिव भागवत प्रसाद यादव ने कहा
कि वित्त रहित शिक्षा नीति सरकार की ही देन है.
इसे अविलंब समाप्त कर देना चाहिये. दानिश कुमार ने कहा कि मूल्यांकन
कार्य बाधित रहने से लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. इसकी
सारी जवाबदेही सरकार की है. कहा जब तक हमलोगों की मांग पर सरकार अमल नहीं
करती. तब तक बहिष्कार कार्य जारी रहेगा. मूल्यांकन बहिष्कार में शामिल
वित्त रहित व वित्त सहित शिक्षकों में मंजू कुमारी, कुमारी शांति सुरेश,
उषा कुमारी,मनोज कुमार साह, शशिकांत झा, नरेंद्र कुमार रमण, अशोक कुमार,
मूंगालाल मंडल, अमरजीत कुमार, संजय कुमार, मो रकीब आलम, विजय कुमार भारती,
सुमन कुमार सिंह, अशोक कुमार, परमेश्वरी प्रसाद यादव, विजेंद्र ठाकुर, मो
मुस्तफा, दामोदार झा, नंद लाल मेहता, कुमार गौरव, पवन कुमार, कुमारी किरण,
नागेश्वर मंडल आदि शामिल थे.