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उपस्थिति पंजी पर पांच विद्यार्थी, एमडीएम पंजी पर 80-90

सुपौल : सरकार द्वारा जहां शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए कई तरह की योजनाएं चलायी जा रही है. वहीं विद्यालय के प्रधान के मनमानी के कारण सरकार द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं पर पानी फिरता नजर आ रहा है. सदर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय आजान दुर्गास्थान का यही हाल है.
ये विद्यालय हर रोज विवादों के घेरे में रहता है. प्रधानाध्यापक विद्यालय में पठन-पाठन को छोड़कर विवादों को निपटाने में लगे रहते हैं.

ग्रामीणों की सूचना पर प्रखंड एमडीएम संसाधन सेवी संजीव कुमार 11 बजे विद्यालय पहुंचे. इस समय शिक्षिका चंदा कुमारी पांच बच्चों को लेकर स्कूल के बरामदे पर पढ़ा रहती थी. शिक्षिका से प्रधान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि प्रधान नहीं आये हैं, लेकिन कुछ ही देर बाद प्रधान संतोष कुमार भी विद्यालय पहुंच गये. मौके पर संसाधन सेवी ने विद्यालय के सभी रजिस्टर की जांच की. जिसमें पिछले दो दिनों से विद्यालय के बच्चों की उपस्थिति दर्ज नहीं की गयी थी.
जब एमडीएम पुस्तिका की जांच की तो उसमें 80-90 बच्चों की उपस्थिति दर्ज थी, लेकिन विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति पांच थी. विद्यालय में वर्ग एक में 25, वर्ग दो में 29, वर्ग तीन में 22, वर्ग चार में 33 व वर्ग पांच में 25 बच्चे नामांकित हैं. विद्यालय में प्रधान सहित चार शिक्षक कार्यरत हैं. जिसमें एक शिक्षक छुट्टी पर थे.

जबकि तीन शिक्षक में मात्र एक शिक्षिका चंदा कुमारी विद्यालय में उपस्थित थी. ग्रामीणों ने बताया कि ये विद्यालय कभी भी 10:30 बजे के पहले नहीं खुलती है. इस बाबत प्रखंड संसाधन सेवी संजीव कुमार ने बताया कि विद्यालय संचालन में अनियमितता बरती जा रही है. अनियमितता की जानकारी पटना एमडीएम विभाग को ऑनलाइन कर दिया गया है. वहीं बीइओ नरेंद्र कुमार झा ने बताया कि विद्यालय के प्रधान को खुद अपना दायित्व समझना चाहिए. इसको लेकर विभाग को रिपोर्ट सौंपी गयी है.

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