गोपालगंज : पांचवें चरण के शिक्षक नियोजन को लेकर 11 जनवरी को
काउंसेलिंग की गयी. वीएम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में इसके लिए 13 काउंटर
बनाये गये थे. सभी विषयों के लिए अलग-अलग काउंटर थे. अभ्यर्थियों की भीड़
को देखते हुए सामाजिक विज्ञान विषय के लिये तीन काउंटरों की व्यवस्था थी.
काउंसेलिंग में किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो इसको लेकर कूपन सिस्टम अपनाया
गया था. कूपन पर दिये गये नंबर के अनुसार ही अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग की
गयी. अभ्यर्थी अपनी बारी की इंतजारी में रहे.
इसकी जानकारी डीपीओ स्थापना संजय कुमार ने दी. उन्होंने कहा कि
व्यवस्था सही रहे, इसके कारण कूपन प्रणाली का इस्तेमाल किया गया.
काउंसेलिंग कराने आये अभ्यर्थियों से उनके मूल प्रमाण पत्रों की जांच की
गयी. इसके बाद उनके सभी प्रमाण पत्रों की छाया प्रति स्व हस्ताक्षरित
फोल्डरों में जमा कराये गये. इसको लेकर अभ्यर्थी अपनेअपने प्रमाण पत्रों
की छाया प्रति के लिये फोटो स्टेट का दुकानों पर चक्कर लगाते रहे.
वीएम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में काउंसेलिंग के समय कई शिक्षा
पदाधिकारी उपस्थित रहे. जिला पर्षद अध्यक्ष मुकेश पांडेय के अलावा डीपीओ
स्थापना संजय कुमार, पीओ मनोज कुमार, बीइओ सदर विद्याशंकर द्विवेदी व अनूप
कुमार श्रीवास्तव के अलावा संबंधित कर्मी उपस्थित थे.
पदाधिकारियों ने प्रत्येक काउंटर पर इसकी गहन समीक्षा तथा जांच भी
की. काउंसेलिंग में उपस्थित शिक्षक अभ्यर्थियों की वरीयता सूची 18 जनवरी को
प्रकाशित की जायेगी. यह बात डीपीओ स्थापना ने बतायी. 28 जनवरी को नियोजन
पत्र वितरित किये जायेंगे.
माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक शिक्षकों के खाली स्थान को लेकर दिये गये
आवेदन के अनुसार नगर पर्षद में भी काउंसेलिंग हुई. इसकी जानकारी अजय कुमार
ने दी. उन्होंने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्रों का मिलान
उनकी छाया प्रति प्रमाण पत्रों से की गयी. इसके बाद स्व हस्ताक्षरित रूपी
छाया प्रति प्रमाण पत्रों को अभ्यर्थियों द्वारा फोल्डरों में जमा कराये
गये.
1003 स्थानों के लिये हुई काउंसेलिंग
विभिन्न 1003 स्थानों के लिये वीएम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व नगर
पर्षद में काउंसेलिंग कार्य हुए. डीपीओ स्थापना ने कहा कि जिला पर्षद
अंतर्गत विभिन्न विषयों के माध्यमिक शिक्षकों के 329, उच्चतर माध्यमिक
शिक्षकों के 624 तथा नगर पर्षद अंंतर्गत माध्यमिक शिक्षकों के चार तथा
उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों के 20 स्थानों पर नियोजन होना हैं. वहीं दूसरी
तरफ इसके अलावा 17 ललित कला, चार नृत्य तथा पांच संगीत के शिक्षकों का भी
नियोजन किया जाना हैं