मोतिहारी - बिहार हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इन दिनों बिहार में शिक्षक अपनी मर्जी से नौकरी छोड़ रहे हैं. अब तक 1400 टीचर अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं.आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक गोपालगंज जिले में फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी पाने वाले नियोजित शिक्षकों की तादाद हजारों में है. हालांकि, अब तक सिर्फ 5 ऐसे शिक्षकों ने अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है.
इस्तीफा देने वाले टीचरों में कुचायकोट के निते कुमार दुबे और राघवेंद्र पासवान हैं. मांझागढ़ से राजीव कुमार, हथुआ से सतीश कुमार चौधरी और सिधवलिया पंचायत की टीचर रानी कुमारी हैं.
दरअसल, पटना हाईकोर्ट के आदेश के बाद निगरानी विभाग ने जिले में नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट की गहरी जांच की थी. इस जांच में पता चला था कि जिले में हजारों की तादाद में फर्जी सर्टिफिकेट देकर अभ्यर्थियों ने नियोजित शिक्षक की नौकरी हासिल कर ली थी.
जिला शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार के मुताबिक भी अभी तक सिर्फ 5 टीचरों ने ही स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. अधिकारियों के मुताबिक अगर बाकी फर्जी शिक्षकों ने इस्तीफा नहीं दिया तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
हाईकोर्ट ने ही राज्य में फर्जी डिग्री वाले शिक्षकों को दो हफ्ते का समय दिया था कि अगर वो इस्तीफा दे देते हैं तो उन पर कार्रवाई नहीं होगी.
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