न्यायालय के आदेश पर विभागीय पत्र जारी होने के बाद जिला में तैनात फर्जी शिक्षक दुविधा में पड़ गये हैं। कहीं सरकार उनसे जुर्म कबूला करा फिर सजा ना दे। ऐसा भी हो सकता है कि न्यायालय के इस आदेश को उपरी न्यायालय अमान्य कर दे। ऐसे में फर्जी शिक्षक जान बचाने के लिए दुविधा की स्थिति में आ गये हैं। नतीजा, आदेश जारी होने के दो दिन बाद भी जिला के किसी नियोजन समिति में अब तक किसी फर्जी शिक्षक ने इस्तीफा नहीं दिया है। इधर बांका में प्रमाण पत्र जांच के लिए कैंप कर रही निगरानी टीम के मुताबिक जिला के विभिन्न प्रखंडों में छह सौ से अधिक फर्जी शिक्षक अभी काम रहे हैं।
क्षेत्र का मुआयना के दौरान टीम को इसकी टोल लगी है। लेकिन, इस पर अंतिम फैसला प्रमाण पत्र को संबंधित शिक्षण संस्थान द्वारा फर्जी घोषित करने के बाद ही लिया जाएगा। बांका में उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षक के जांच की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। गुरूवार से प्राथमिक और मध्य विद्यालय शिक्षक का प्रमाण पत्र भी निगरानी के पास पहुंचने लगा है। प्रखंड में सभी शिक्षकों की कुंडली जमा हो चुकी है। शनिवार तक सभी प्रमाण पत्र निगरानी के हाथ लग जाएगा।
किस प्रकार के शिक्षक फर्जी
- अमान्य संस्थान से जारी कोई प्रमाण पत्र
- मान्य संस्थान के अमान्य सत्र का जारी प्रमाण पत्र
- किसी अंक पत्र के अंक को बढ़या-घटाया गया हो
- किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से जारी प्रमाण पत्र को अपना बनाना
- फेल अंक पत्र में कम्प्यूटर स्कैन के जरिये पास बनाया गया हो
- प्रशिक्षण का फर्जी प्रमाण पत्र
-------------------जिला में जांच के दायरे में आये नियोजित शिक्षक
- उच्च माध्यमिक शिक्षक-181
-माध्यमिक शिक्षक-560
- प्रारंभिक शिक्षक-5200
- See more at: http://www.jagran.com/bihar/banka-12520879.html#sthash.F5M1OMNI.dpufसरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details