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विकास के दौर में शिक्षक उपेक्षित

सुपौल : बिहार नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के तत्वावधान में रविवार को मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष पुरण कुमार सहित 18 जिलों के प्रतिनिधि शामिल हुए. जिलाध्यक्ष पंकज कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित सेमिनार के दौरान वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विकास का दावा किया जा रहा है.
लेकिन विकास के इस दौर में भी शिक्षकों की उपेक्षा हो रही है. जबकि शिक्षक देश का भविष्य संवारने में सबसे बड़े कर्मधार होते हैं.

ऐसे में शिक्षकों की उपेक्षा से विकास का स्वाद वैसा ही है, जैसा बिना नमक की सब्जी में होता है. प्रदेश अध्यक्ष पुरण कुमार ने कहा कि समान काम के लिए समान वेतन की मांग को लेकर नियोजित शिक्षक चरणबद्ध आंदोलन के लिए तैयार हैं. इसके तहत 04 मार्च को सूबे के सभी प्रखंड व 18 मार्च को जिला मुख्यालय में धरना कार्यक्रम तय किया गया है. जबकि 23 मार्च को सूबे के करीब 04 लाख नियोजित शिक्षक एक साथ विधानसभा का घेराव करेंगे. जो अनिश्चित काल तक जारी रहेगा.

इसके लिए सभी शिक्षक 23 मार्च से एक सप्ताह के सामूहिक अवकाश पर रहेंगे. संघ हर हाल में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को लागू करा कर रहेगी. इससे पूर्व उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
  प्रदेश महासचिव केशव कुमार, उपाध्यक्ष रामपुकार सिन्हा, सचिव आनंद कौशल सिंह व धर्मेंद्र कुमार ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा तथा शिक्षकों की अनदेखी का आरोप लगाया. वक्ताओं ने सरकार को शिक्षा और शिक्षकों के साथ गंदी राजनीति नहीं करने की भी चेतावनी दी तथा अगला शैक्षणिक सत्र आरंभ होने के पूर्व ही समान काम का समान वेतन लागू करने की मांग की. सेमिनार को बांका जिलाध्यक्ष संजय कुमार, सीतामढ़ी जिलाध्यक्ष प्रकाश कुमार, मधेपुरा जिलाध्यक्ष रणवीर कुमार, कटिहार जिलाध्यक्ष भानु प्रसाद सिंह, अररिया जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार, दरभंगा जिलाध्यक्ष रजाउल्लाह, खगड़िया के मनीष सिंह, सहरसा के अब्दुल कयूम परवाना, मधुबनी के नवीन सिंह, परेश्वर कुमार, श्रवण चौधरी, रौशन कुमार, मुनेश्वर सिंह, मो जहांगीर, शारदा सोनी, परमानंद प्रभाकर, नीरज कुमार सिंह, राकेश रंजन, संजीव यादव, महेश कुशियैत, गजेंद्र कुमार, रामकृष्ण मंडल आिद मौजूद थे.

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