दरभंगा : स्नातक वेतनमान में प्रोन्नति विभिन्न प्रखंडों के दर्जनों शिक्षकों को नवपदस्थापित विद्यालय में योगदान के लिए विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सुदूर प्रखंडों में पदस्थापन के कारण ये शिक्षक अबतक न तो प्रोन्नति नहीं लेने का शपथ पत्र दिया है, और न ही विरमित होकर नवपदस्थापित विद्यालय में योगदान किये हैं.
जबकि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना सात दिसंबर को ही प्रोन्नति आदेश दे चुके हैं. दो महीना बीतने के बावजूद विभाग को यह नही मालूम हो पा रहा है कि ये शिक्षक प्रोन्नति लेना चाहते हैं या नहीं. केवटी के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने ज्ञापांक 121 दिनांक 17 फरवरी के द्वारा सभी संबंधित शिक्षक, प्रधानाध्यापक एवं निकासी व्ययन पदाधिकारी को सूचित किया है कि वे 21 फरवरी तक प्रोन्नति का लाभ त्यागने का शपथ पत्र समर्पित करें
. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो वे 22 फरवरी के प्रभाव से स्वत: विरमित समझे जायेंगे. कड़े रूख को देखते हुए शिक्षकों में हड़कंप का माहौल है. बताते चलें कि इसी प्रोन्नति को लेकर सालों भर शिक्षकों का आंदोलन चला था. जब विभाग ने प्रखंडवार स्नातक पद पर समानुपातिक विवरण के तहत सभी प्रखंडों में पदस्थापन किया तो सुदूरवर्ती प्रखंड कुशेश्वरस्थान, घनश्यामपुर, किरतपुर आदि में पदस्थापित शिक्षकों ने अबतक योगदान नहीं किया. इससे सुदूर प्रखंडों में इस वेतनमान वाले शिक्षकों के पढ़ाई का लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है.
आदेश के बावजूद नये विद्यालयों में नहीं कर रहे योगदान
प्रोन्नति नहीं लेने का भी नहीं दिया है शपथ पत्र
विभाग के कड़े रुख के कारण शिक्षकों में मचा हड़कंप
जबकि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना सात दिसंबर को ही प्रोन्नति आदेश दे चुके हैं. दो महीना बीतने के बावजूद विभाग को यह नही मालूम हो पा रहा है कि ये शिक्षक प्रोन्नति लेना चाहते हैं या नहीं. केवटी के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने ज्ञापांक 121 दिनांक 17 फरवरी के द्वारा सभी संबंधित शिक्षक, प्रधानाध्यापक एवं निकासी व्ययन पदाधिकारी को सूचित किया है कि वे 21 फरवरी तक प्रोन्नति का लाभ त्यागने का शपथ पत्र समर्पित करें
. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो वे 22 फरवरी के प्रभाव से स्वत: विरमित समझे जायेंगे. कड़े रूख को देखते हुए शिक्षकों में हड़कंप का माहौल है. बताते चलें कि इसी प्रोन्नति को लेकर सालों भर शिक्षकों का आंदोलन चला था. जब विभाग ने प्रखंडवार स्नातक पद पर समानुपातिक विवरण के तहत सभी प्रखंडों में पदस्थापन किया तो सुदूरवर्ती प्रखंड कुशेश्वरस्थान, घनश्यामपुर, किरतपुर आदि में पदस्थापित शिक्षकों ने अबतक योगदान नहीं किया. इससे सुदूर प्रखंडों में इस वेतनमान वाले शिक्षकों के पढ़ाई का लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है.
आदेश के बावजूद नये विद्यालयों में नहीं कर रहे योगदान
प्रोन्नति नहीं लेने का भी नहीं दिया है शपथ पत्र
विभाग के कड़े रुख के कारण शिक्षकों में मचा हड़कंप