भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) ने अतिथि शिक्षकों के जून माह के मानदेय में अड़ंगा लगा दिया है। इससे अतिथि शिक्षक संघ में आक्रोश है। टीएमबीयू ने उनके अनुबंध को 11 माह का बता
मानदेय का भुगतान नहीं किया। इसके पूर्व अतिथि शिक्षकों के जून के मानदेय को कुलसचिव कर्नल अरुण कुमार सिंह ने यह कहकर रोका था कि ग्रीष्मावकाश में कक्षाएं नहीं ली गईं तो मानदेय का भुगतान क्यों। इस विवाद के बाद अतिथि शिक्षकों ने विरोध करते हुए राजभवन का आदेश दिखाया और कक्षा लेने का प्रमाण दिया।तब जाकर कुलसचिव ने उनके मानदेय पर सहमति जताई थी, लेकिन फिर से यह नई बात मानदेय को लेकर सामने आई है। इस मामले को लेकर अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. आनंद आजाद ने कहा कि उन लोगों की नियुक्ति की अधिसूचना में कहीं भी अवधि नहीं लिखी हुई है। उसमें लिखा है कि जब तक बीपीएससी या बीयूएससी से नियमित शिक्षकों की बहाली नहीं हो जाती। तब तक अतिथि शिक्षकों का कार्य जारी रहेगा। डॉ. आजाद ने बताया कि इस संबंध में उन लोगों ने एफए पद्माकांत झा से मुलाकात की है। उन्होंने कुलपति के समक्ष इस बात को रखने का आश्वासन दिया है।
डॉ. आजाद ने कहा कि यदि विश्वविद्यालय उनकी जायज मांगों को पूरा नहीं करती है, तो वे लोग चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे। बता दें कि पूर्व में भी विश्वविद्यालय और विभिन्न व्यवसायिक इकाइयों में कार्यरत संविदा कर्मियों की सेवा विस्तार को लेकर अड़ंगा लग चुका है। काफी विवाद के बाद विश्वविद्यालय संविदा कर्मियों का सेवा विस्तार छह माह के लिए बढ़ाया गया है। कुलसचिव के इन निर्णयों को लेकर कई विवाद हो चुका है।