रोहतासगढ़ पंचायत के कोड़ियारी मध्य विद्यालय का गुरुवार को प्रखंड
शिक्षा पदाधिकारी ने निरीक्षण किया। इस दौरान प्रधानाध्यापक सहित तीन
शिक्षक गायब पाए गए। उनसे स्पष्टीकरण के साथ उनके वेतन पर भी तत्काल रोक
लगा दी गई है।
बीईओ कन्हैया कुमार ने बताया कि प्रधानाध्यापक सुमेश उरांव, सहायक शिक्षक कृष्णा कुमार एवं मुकेश कुमार रोहित भी स्कूल में अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। बताया कि धनसा निवासी कामता यादव ने कोड़ियारी मध्य विद्यालय में शिक्षकों के अक्सर गैर हा•िार रहने की लिखित शिकायत की थी और बताया था कि स्थानीय मुखिया के रिश्तेदार होने की वजह से लोगों पर रूआब दिखाते हैं और डराते हैं। जिसकी वजह से लोग उनके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाते हैं। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आज मैंने विद्यालय औचक निरीक्षण किया। इस दौरान आरोप बिल्कुल सत्य पाय। तीनों शिक्षक गायब थे और गांव वालों द्वारा विद्यालय संचालन के लिए जो शिक्षक रखे गए है, वही स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहे थे। लोगों से यह भी शिकायत मिली कि 20 तथा 21 जनवरी को मध्यान्ह भोजन भी नहीं बनाया गया था। प्रधानाध्यापक सुमेश उराव के साथ-साथ दोनों सहायक शिक्षक से तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है एवं तत्काल वेतन पर रोक लगा दी गई है।
बीईओ कन्हैया कुमार ने बताया कि प्रधानाध्यापक सुमेश उरांव, सहायक शिक्षक कृष्णा कुमार एवं मुकेश कुमार रोहित भी स्कूल में अनुपस्थित पाए गए। अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। बताया कि धनसा निवासी कामता यादव ने कोड़ियारी मध्य विद्यालय में शिक्षकों के अक्सर गैर हा•िार रहने की लिखित शिकायत की थी और बताया था कि स्थानीय मुखिया के रिश्तेदार होने की वजह से लोगों पर रूआब दिखाते हैं और डराते हैं। जिसकी वजह से लोग उनके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाते हैं। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आज मैंने विद्यालय औचक निरीक्षण किया। इस दौरान आरोप बिल्कुल सत्य पाय। तीनों शिक्षक गायब थे और गांव वालों द्वारा विद्यालय संचालन के लिए जो शिक्षक रखे गए है, वही स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहे थे। लोगों से यह भी शिकायत मिली कि 20 तथा 21 जनवरी को मध्यान्ह भोजन भी नहीं बनाया गया था। प्रधानाध्यापक सुमेश उराव के साथ-साथ दोनों सहायक शिक्षक से तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण मांगा गया है एवं तत्काल वेतन पर रोक लगा दी गई है।