संसू, जोकीहाट, (अररिया): जिले के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के
प्रधानाध्यापकों को डीपीओ स्थापना सुभाष गुप्ता ने बुधवार को पत्र लिखकर
सभी अतिथि शिक्षकों के प्रमाणपत्र के सत्यापन संबंधी प्रतिवेदन दो दिनों के
अंदर कार्यालय को मुहैया कराने का फरमान जारी किया है
ताकि अतिथि शिक्षकों के पारिश्रमिक भुगतान हेतु अग्रेतर कार्रवाई की जा सके। डीपीओ ने पत्र में शख्त रवैया अपनाते हुए लिखा है कि समयानुसार प्रमाणपत्र जमा नहीं करने वाले प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रधानाध्यापकों को लिखे पत्र में डीपीओ ने लिखा है कि अतिथि शिक्षकों के चयनित सूची में इस आशय का आदेश दिया गया था कि एक माह के अंदर विद्यालय प्रधान अपने स्तर से अतिथि शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का संबंधित विश्वविद्यालय तथा बोर्ड से सत्यापन करा लिया जाय। लेकिन अबतक आपके द्वारा सत्यापन संबंधी प्रतिवेदन जिला शिक्षा कार्यालय को जमा नहीं कराना घोर उदासीनता व विभागीय निर्देशों का उल्लंघन है।
गौरतलब है कि अगस्त माह में ही अतिथि शिक्षकों का नियोजन हुआ है, लेकिन तीन माह बीतने के बावजूद अधिकांश शिक्षकों का प्रमाणपत्र का सत्यापन नहीं हो सका है। शिक्षकों के नियोजन संबंधी मामलों में विभाग अब फूंक फूंक कर कदम रखना चाहती है क्योंकि इससे पहले कई मामलों में विभाग की किरकिरी हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो कई अतिथि शिक्षकों के प्रमाणपत्र संदिग्ध माना जा रहा है। सत्यापन के दौरान ही फर्जी प्रमाणपत्र को लेकर मंगलवार को दरबारी राय उच्च विद्यालय महथावा भरगामा के शिक्षक ललन कुमार गिरफ्तार कर जेल भेजे गये हैं।
ताकि अतिथि शिक्षकों के पारिश्रमिक भुगतान हेतु अग्रेतर कार्रवाई की जा सके। डीपीओ ने पत्र में शख्त रवैया अपनाते हुए लिखा है कि समयानुसार प्रमाणपत्र जमा नहीं करने वाले प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रधानाध्यापकों को लिखे पत्र में डीपीओ ने लिखा है कि अतिथि शिक्षकों के चयनित सूची में इस आशय का आदेश दिया गया था कि एक माह के अंदर विद्यालय प्रधान अपने स्तर से अतिथि शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का संबंधित विश्वविद्यालय तथा बोर्ड से सत्यापन करा लिया जाय। लेकिन अबतक आपके द्वारा सत्यापन संबंधी प्रतिवेदन जिला शिक्षा कार्यालय को जमा नहीं कराना घोर उदासीनता व विभागीय निर्देशों का उल्लंघन है।
गौरतलब है कि अगस्त माह में ही अतिथि शिक्षकों का नियोजन हुआ है, लेकिन तीन माह बीतने के बावजूद अधिकांश शिक्षकों का प्रमाणपत्र का सत्यापन नहीं हो सका है। शिक्षकों के नियोजन संबंधी मामलों में विभाग अब फूंक फूंक कर कदम रखना चाहती है क्योंकि इससे पहले कई मामलों में विभाग की किरकिरी हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो कई अतिथि शिक्षकों के प्रमाणपत्र संदिग्ध माना जा रहा है। सत्यापन के दौरान ही फर्जी प्रमाणपत्र को लेकर मंगलवार को दरबारी राय उच्च विद्यालय महथावा भरगामा के शिक्षक ललन कुमार गिरफ्तार कर जेल भेजे गये हैं।