जमशेदपुर : एमजीएम मेडिकल कॉलेज की सीटें घटाने के एमसीआइ के फैसले
को कॉलेज प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. जानकारी के अनुसार
एमजीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने सुप्रीम कोर्ट में एक रिट फाइल की है,
जिसमें उन्होंने एमसीआइ द्वारा की गयी अनुशंसा को गलत करार दिया है. कॉलेज
प्रशासन ने कहा कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 100 सीटों पर एडमिशन के लिए
एमसीआइ की अोर से पूर्व में कुल 27 आपत्तियां
गिनायी गयी थीं. उक्त आपत्तियों को दूर करने के लिए समय भी दिया गया
था. तय समय में उक्त आपत्तियों में कुल 15 आपत्तियों को दूर कर लिया गया.
अब सिर्फ 12 मानकों को पूरा नहीं किया जा सका है. सबसे ज्यादा आपत्ति
शिक्षकों की कमी पर थी, जिसे पूरा कर लिया गया है. शिक्षकों को प्रोमोशन
देकर लगभग उसकी भरपाई भी कर ली गयी, लेकिन एमसीआइ की टीम से पिछले दौरे में
कॉलेज के संसाधनों को सही प्रकार से नहीं देखा अौर रिपोर्ट तैयार कर भेज
दिया. कॉलेज प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि कॉलेज प्रशासन ने
एमसीआइ की टीम के नये सिरे से दौरे के लिए फीस भी जमा करवा चुका था, लेकिन
इसके बावजूद टीम नहीं आयी अौर पुराने रिपोर्ट को आधार बना कर ही एमजीएम
मेडिकल कॉलेज की सीट घटाने का फैसला ले लिया गया.
देश भर में घटायी गयी हैं सीटें : गौरतलब है कि देश भर में मेडिकल
कॉलेजों की कुल 10,400 सीटों में कटौती कर दी गयी है, जिसमें 12 सरकारी
कॉलेजों की सीटें भी शामिल हैं. झारखंड में
सीटें घटाने के...
एमजीएम मेडिकल कॉलेज की 50 व धनबाद की पीएमसीएच की भी 50 सीटों में
कटौती कर दी गयी है. बिहार में भी करीब 250 सीटों में कटौती की गयी है.
जानकारी के अनुसार बिहार के भी कई कॉलेजों ने एमसीआइ के फैसले के खिलाफ
सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
कॉलेज प्रशासन के तर्क
एमसीआइ की 27 में से 15 आपत्तियां की जा चुकी हैं दूर
शिक्षकों को प्रोमोशन देकर उसकी भरपाई भी कर ली गयी
एमसीआइ की टीम ने कॉलेज के संसाधनों को ठीक से नहीं देखा