अब तक के शिक्षक आंदोलन को अध्ययन से पाता चला हैं कि 2015 महा आंदोलन में जिस प्रकार एकता हुई ( हलांकि ज्यादा देर टिक नहीं पायी) से हमे यही सीख मिला कि जबतक हम एक होकर नहीं लड़ेंगे तबतक किसी बड़े लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते हैं ।
मैं मानता हूं कि कुछ मुद्दे हैं जो संघों के बिच अंतर करते हैं लेकिन मुख्य रूप से अंतर लाने वाले बात यह हैं कि संघीय नेताओं में व्यक्तिगत स्वार्थ बहुत बढ़ गया हैं वे शिक्षकों के हितो एंव आंदोलन से प्राप्त उर्जा का गलत इस्तेमाल करने में लगे रहते हैं उन सभी नेतृत्व कर्ता से निवेदन कि आपको एक बार महा लक्ष्य के प्राप्ति हेतु अपना हित एंव स्वार्थ त्यागना एंव आपसी मतभेदता भुलाना हीं होगा तभी हम इस बेरहम सरकार से अपना हक छिन सकते हैं । इसलिए सभी से निवेदन हैं कि आप पूर्ण वेतनमान के लिए पूर्ण एकता बनाए ।
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✍ राजेश प्र यादव
मीडिया प्रभारी BPNPSS
मैं मानता हूं कि कुछ मुद्दे हैं जो संघों के बिच अंतर करते हैं लेकिन मुख्य रूप से अंतर लाने वाले बात यह हैं कि संघीय नेताओं में व्यक्तिगत स्वार्थ बहुत बढ़ गया हैं वे शिक्षकों के हितो एंव आंदोलन से प्राप्त उर्जा का गलत इस्तेमाल करने में लगे रहते हैं उन सभी नेतृत्व कर्ता से निवेदन कि आपको एक बार महा लक्ष्य के प्राप्ति हेतु अपना हित एंव स्वार्थ त्यागना एंव आपसी मतभेदता भुलाना हीं होगा तभी हम इस बेरहम सरकार से अपना हक छिन सकते हैं । इसलिए सभी से निवेदन हैं कि आप पूर्ण वेतनमान के लिए पूर्ण एकता बनाए ।
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✍ राजेश प्र यादव
मीडिया प्रभारी BPNPSS