बेतिया। बिहार
राज्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका महासंघ गोपगुट ने अपनी मांगों के समर्थन में
समाहरणालय के समक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया और सरकार
विरोधी नारे लगाए।
इससे पूर्व सेविका-सहायिकाओं ने जमकर प्रदर्शन किया और सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राजेंद्र पाठक, शशिकांत पांडेय, उदयनाथ मिश्रा, जीवन कुमार, अंबेडकर आदि ने सरकार पर आंगनबाड़ी से जुड़े कर्मचारियों से महत्वूपर्ण कार्य का निपटारा कराने का अरोप लगाया। इन कर्मचारियों से पल्स पोलियो, टीकाकरण, विटामिन की दवा पिलाने तथा चुनाव जैसे महत्वूपर्ण कार्य का निष्पादन किया जाता है। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन भी करना है। इन जमाम झंझावतों को झेलने वाली आंगनबाड़ी सेविका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं देना बेमानी है। समान काम के बदले समान वेतन पाना इन कर्मचारियों का अधिकार है। किसी भी व्यक्ति को उसके अधिकार से वंचित करना एक संगीन अपराध है। यह अपराध वर्तमान सरकार कर रही है। जब तक मांग पूरा नहीं होगा। आंदोलन जारी रहेगा। बताया कि आगामी सात अप्रैल को प्रखंड का घेराव प्रदर्शन व पुतला दहन किया जाएगा। 10 अप्रैल को जेल भरो अभियान चलाया जाएगा। मौके पर जिलाध्यक्ष अंजु देवी, शारदा देवी, निर्मला देवी, अलका देवी, सरोज देवी, अनुपमा देवी, रंभा कुंवर, ¨पकी कुमारी, विमला ¨सह, उमरावती, पूजा, मीना देवी आदि प्रमुख रही।
इससे पूर्व सेविका-सहायिकाओं ने जमकर प्रदर्शन किया और सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राजेंद्र पाठक, शशिकांत पांडेय, उदयनाथ मिश्रा, जीवन कुमार, अंबेडकर आदि ने सरकार पर आंगनबाड़ी से जुड़े कर्मचारियों से महत्वूपर्ण कार्य का निपटारा कराने का अरोप लगाया। इन कर्मचारियों से पल्स पोलियो, टीकाकरण, विटामिन की दवा पिलाने तथा चुनाव जैसे महत्वूपर्ण कार्य का निष्पादन किया जाता है। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन भी करना है। इन जमाम झंझावतों को झेलने वाली आंगनबाड़ी सेविका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं देना बेमानी है। समान काम के बदले समान वेतन पाना इन कर्मचारियों का अधिकार है। किसी भी व्यक्ति को उसके अधिकार से वंचित करना एक संगीन अपराध है। यह अपराध वर्तमान सरकार कर रही है। जब तक मांग पूरा नहीं होगा। आंदोलन जारी रहेगा। बताया कि आगामी सात अप्रैल को प्रखंड का घेराव प्रदर्शन व पुतला दहन किया जाएगा। 10 अप्रैल को जेल भरो अभियान चलाया जाएगा। मौके पर जिलाध्यक्ष अंजु देवी, शारदा देवी, निर्मला देवी, अलका देवी, सरोज देवी, अनुपमा देवी, रंभा कुंवर, ¨पकी कुमारी, विमला ¨सह, उमरावती, पूजा, मीना देवी आदि प्रमुख रही।