सुपौल। क्षेत्र के नियोजित शिक्षकों को विगत तीन माह से मानदेय नहीं मिलने
से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रुपये के अभाव में दुकानदार भी ऐसे
शिक्षक को राशन देने में असमर्थता जाहिर कर रहा है।
शिक्षकों का कहना है कि सरकारी घोषणा के अनुरूप प्रत्येक माह के 05 तारीख को शिक्षकों को वेतन मिलना था। किन्तु विभागीय अधिकारियों के पेंच में मानदेय भुगतान फंसता जा रहा है।
शिक्षकों का कहना है कि सरकारी घोषणा के अनुरूप प्रत्येक माह के 05 तारीख को शिक्षकों को वेतन मिलना था। किन्तु विभागीय अधिकारियों के पेंच में मानदेय भुगतान फंसता जा रहा है।