नालंदा। सरकार के असहयोग, वादाखिलाफी तथा शिक्षक विरोधी नीतियों का हवाला
देकर शिक्षकों ने तीसरे दिन भी मैट्रिक व इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन
नहीं किया। मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने वाले शिक्षक गांधी जी के
सिद्धांतों का पालन कर रहे हैं। सरकार को हठ छोड़ सुप्रीम कोर्ट के निर्णय
का पालन करना चाहिए।
यह बातें सोमवार को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव देवनंदन प्रसाद ¨सह ने धरना पर बैठे शिक्षकों को संबोधित करते हुए कही। धरना को संबोधित करते हुए संघ जिलाध्यक्ष विनायक लोहानी ने कहा कि शिक्षक घमंडी सरकार को झुकाना भी जानते हैं और मिटाना भी, हम अपना हक लेकर रहेंगे। इस अवसर पर वित्त रहित शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष अर्जुन प्रसाद ने कहा कि वित्त रहित शिक्षक सहित सभी शिक्षकों को उनका वाजिब हक मिलना चाहिए। समान कार्य के लिए समान वेतन प्राप्त करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। इस अवसर पर नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीत शर्मा ने धरना पर बैठे शिक्षकों के अंदर जोश भरते हुए कहा कि यह हक की लड़ाई निर्णायक होगी। जबतक समान कार्य के लिए समान वेतन सरकार लागू नहीं कर देती संघर्ष जारी रहनी चाहिए। इस मौके पर धरना को बलराम रजक, सुरेन्द्र कुमार, कमलेश कुमार, संतोष कुमार उर्फ जगीरा, संतोष कुमार, प्रीतम कुमार दीपक, राणा रणजीत, भारतेन्दु कुमार, इरशाद आलम व माधवी झा आदि ने संबोधित किया।
यह बातें सोमवार को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला सचिव देवनंदन प्रसाद ¨सह ने धरना पर बैठे शिक्षकों को संबोधित करते हुए कही। धरना को संबोधित करते हुए संघ जिलाध्यक्ष विनायक लोहानी ने कहा कि शिक्षक घमंडी सरकार को झुकाना भी जानते हैं और मिटाना भी, हम अपना हक लेकर रहेंगे। इस अवसर पर वित्त रहित शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष अर्जुन प्रसाद ने कहा कि वित्त रहित शिक्षक सहित सभी शिक्षकों को उनका वाजिब हक मिलना चाहिए। समान कार्य के लिए समान वेतन प्राप्त करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। इस अवसर पर नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीत शर्मा ने धरना पर बैठे शिक्षकों के अंदर जोश भरते हुए कहा कि यह हक की लड़ाई निर्णायक होगी। जबतक समान कार्य के लिए समान वेतन सरकार लागू नहीं कर देती संघर्ष जारी रहनी चाहिए। इस मौके पर धरना को बलराम रजक, सुरेन्द्र कुमार, कमलेश कुमार, संतोष कुमार उर्फ जगीरा, संतोष कुमार, प्रीतम कुमार दीपक, राणा रणजीत, भारतेन्दु कुमार, इरशाद आलम व माधवी झा आदि ने संबोधित किया।