पटना| मूल्यांकनबहिष्कार कर रहे शिक्षकों पर सरकार की सख्ती के बाद भी कोई
असर नहीं पड़ा है। उनका विरोध जारी है और मांगों के पूरा होने से पहले
शिक्षक मूल्यांकन में शामिल होने के लिए तैयार नहीं हैं। शुक्रवार को भी
शिक्षकों का आंदोलन जारी रहा।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले केंद्रों के बाहर शिक्षा सत्याग्रह पर शिक्षक बैठे रहे। शिक्षकों के समर्थन में छात्रों ने भी हस्ताक्षर अभियान चलाया। उधर, नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. गणेश शंकर पांडेय राज्य सचिव संतोष कुमार ने कहा कि सरकार शिक्षकों के साथ वार्ता कर मसले का हल निकाले। वहीं, वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के शिक्षकों का मूल्यांकन बहिष्कार 24वें दिन भी जारी रहा। प्रशासन की ओर से मूल्यांकन केंद्रों पर पुलिस तैनात की गई है। संघ के कार्यकारी अध्यक्ष रामश्रीपाल सिंह, महासचिव जयनारायण सिंह मधु ने सीबीएसई स्कूलों के शिक्षकों से कॉपियों की जांच पर आपत्ति जताई है। वित्तरहित शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ ने बहिष्कार का समर्थन किया है।
29 हजार में से 22 हजार शिक्षक कर रहे विरोध
बिहारबोर्ड की ओर से इंटर की कॉपी की जांच 15 मार्च से शुरू हुई थी, जिसे 30 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य था। इंटर की कॉपी की जांच के लिए 29 हजार से अधिक शिक्षक लगाए गए हैं, जिनमें से ज्यादातर वित्तरहित हैं। लगभग 22 हजार शिक्षक विरोध कर रहे हैं। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि रिजल्ट समय पर देने की कोशिश है। मुख्य सचिव के निर्देश का प्रभाव पड़ा है। मूल्यांकन को प्राथमिकता के तौर पर किया जा रहा है।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले केंद्रों के बाहर शिक्षा सत्याग्रह पर शिक्षक बैठे रहे। शिक्षकों के समर्थन में छात्रों ने भी हस्ताक्षर अभियान चलाया। उधर, नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. गणेश शंकर पांडेय राज्य सचिव संतोष कुमार ने कहा कि सरकार शिक्षकों के साथ वार्ता कर मसले का हल निकाले। वहीं, वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के शिक्षकों का मूल्यांकन बहिष्कार 24वें दिन भी जारी रहा। प्रशासन की ओर से मूल्यांकन केंद्रों पर पुलिस तैनात की गई है। संघ के कार्यकारी अध्यक्ष रामश्रीपाल सिंह, महासचिव जयनारायण सिंह मधु ने सीबीएसई स्कूलों के शिक्षकों से कॉपियों की जांच पर आपत्ति जताई है। वित्तरहित शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ ने बहिष्कार का समर्थन किया है।
29 हजार में से 22 हजार शिक्षक कर रहे विरोध
बिहारबोर्ड की ओर से इंटर की कॉपी की जांच 15 मार्च से शुरू हुई थी, जिसे 30 मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य था। इंटर की कॉपी की जांच के लिए 29 हजार से अधिक शिक्षक लगाए गए हैं, जिनमें से ज्यादातर वित्तरहित हैं। लगभग 22 हजार शिक्षक विरोध कर रहे हैं। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि रिजल्ट समय पर देने की कोशिश है। मुख्य सचिव के निर्देश का प्रभाव पड़ा है। मूल्यांकन को प्राथमिकता के तौर पर किया जा रहा है।