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बिहार : पदाधिकारियों ने किसी भी सरकारी स्कूल में पढाने की अनूठी पहल की

पटना जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने अपने जिले के सभी सरकारी पदाधिकारियों से सप्ताह में एक दिन कम से कम एक घंटे के लिए अपने-अपने क्षेत्र के किसी स्कूल में पढाने की अनूठी पहल की है.

जिला संपर्क अधिकारी कार्यालय से बुधवार जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार अग्रवाल ने सभी सरकारी पदाधिकारियों से कहा है कि अपने-अपने क्षेत्र के किसी भी सरकारी विद्यालय में जाकर सप्ताह में एक दिन कम से कम एक घंटे के लिए अध्यापन का कार्य करें.
    
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जिलाधिकारी द्वारा की गयी इस अनूठी पहल का उद्देश्य पदाधिकारियों के सरकारी विद्यालयों में जाकर पढाने से जहां एक ओर छात्रों की उपस्थिति, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में सुधार आयेगा. वहीं शिक्षा में भी गुणात्मक सुधार आएंगे.

पदाधिकारियों के नियमित भ्रमण से विद्यालय का वातावरण भी काफी बेहतर होगा.

पदाधिकारी जहां एक ओर छात्रों को दिये जा रहे शिक्षा और उसकी गुणवत्ता के संबंध में जानेंगे. वहीं विद्यालय में पदस्थापि शिक्षक भी बेहतर वातावरण निर्माण की दिशा में सजग रहेंगे.
    
जिलाधिकारी ने बताया कि इससे छात्र छात्राओं में देश दुनिया की घट रही घटनाक्र म में साथ साथ सामान्य ज्ञान के संबंध में भी उनका दायरा बडा होगा तथा व्यक्तिगत स्वच्छता, ड्रेसिंग सेन्स, सामान्य शिष्टाचार तथा व्यवहार के संबध में भी छात्र छात्राओं में जागरुकता आयेगी.

अभियान की शुरुआत पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल आगामी 27 जनवरी को बांकीपुर बालिका उच्च विद्यालय में अध्यापक की भूमिका निभा कर करेंगे.


    
इस अभियान के तहत जिलाधिकारी के अलावा अपर जिला दंडाधिकारी, जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी, अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी तथा प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारी सहित पंचायत स्तरीय पदाधिकारी सप्ताह में एक दिन सरकारी विद्यालय में जाकर छात्र-छात्रों को पढाएंगे. इस अभियान से पुलिस पदाधिकारी भी जुडेंगे.
    
जिलाधिकारी ने बताया कि इससे पहले पदाधिकारी विद्यालयों में मात्र निरीक्षण के उद्देश्य से जाते थे जिससे मध्याह्न भोजन सहित अन्य योजनाओं की जांच तो होती थी लेकिन छात्र छात्राओं को दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता के संबंध में किसी तरह की जानकारी प्राप्त नहीं होती थी.
    
जिलाधिकारी ने बताया कि पदाधिकारियों द्वारा छात्र छात्राओं को पढाने से उनमें उत्सुकता का वातावरण पैदा होगा तथा आपसी वार्तालाप से छात्र छात्राओं के अपेक्षा के संबंध में भी जानकारी मिल सकेगी.
    
जिलाधिकारी द्वारा विद्यालय भ्रमण के क्रम में पदाधिकारियों से शिक्षकों की उपस्थिति, छात्रों की उपस्थिति, शिक्षा की गुणवता, मध्याह्न भोजन की गुणवता के संबंध में समीक्षा करते हुए प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है.
    
जिलाधिकारी ने इस क्र म में विद्यालय के मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता और छात्रों के अनुपात में कमरों की संख्या की भी समीक्षा करने का भी निर्देश दिया है.
    
सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे विद्यालय के क्षेत्र में भ्रमण कर अनुपस्थित रह रहे छात्रों के अभिभावकों से मिलकर विद्यालयों में उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए कार्रवाई करेंगे.

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