खगड़िया। शिक्षकों
के प्रधान में प्रोन्नति पर एक बार फिर रुकावट के बादल मंडराते दिख रहे
हैं। एक तो प्रोन्नति कमेटी के अध्यक्ष सह डीइओ डॉ. ब्रज किशोर ¨सह 16
दिनों बाद सेवानिवृत्त हो जाएंगे। कई बार देखा गया है कि ऐसी स्थिति में
पदाधिकारियों की सोच होती है कि जाते-जाते वे कोई ऐसा कार्य नहीं करें,
जिससे बाद के दिनों में कोई उलझन उत्पन्न हो।
विभागीय सूत्रों की मानें तो प्रोन्नति कमेटी में डीइओ अध्यक्ष होते हैं, तो स्थापना डीपीओ सचिव। डीएम द्वारा नामित तीन सदस्य वरीय उपसमाहर्ता शामिल होते हैं। कमेटी के सदस्यों की मानें तो जब तक पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हो जाएंगे, अंतिम मुहर लगाना मुश्किल होगा।
क्या है मामला
प्रधान में प्रोन्नति को लेकर सूची में शामिल 102 शिक्षकों की हाल ही में काउंस¨लग कराई गई थी। काउंस¨लग को लेकर पीओ विमलेश चौधरी, खगड़िया बीइओ को अधिकृत किए थे। काउंस¨लग लेने वाले एक सदस्य की मानें तो 102 शिक्षकों में करीब 62 शिक्षकों की डिग्री संदेह में रखा गया है। कई की डिग्री एक ही सत्र की है तो कई की योग्यता सही नहीं है। कई प्रमोशन की शर्त को पूरा नहीं कर रहे हैं। कई की डिग्री ऐसे संस्थानों की है जो संस्थान ही संदेह के घेरे में है। ऐसे में फिलहाल प्रमोशन को लेकर संदेह के बाद मंडरा रहे हैं।
-कोट-
यह सही है कि काउंस¨लग के दौरान कई ऐसे शिक्षक भी सूची में शामिल हैं, जो प्रमोशन के प्रावधान का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने जो देखा, उन शिक्षकों के नाम के सामने अंकित कर जमा कर दिया। वे अभी बाहर हैं। इसलिए यह नहीं बता पाएंगे कि कितने शिक्षक प्रोन्नति के प्रावधानों को पूरा कर रहे हैं।
- विमलेश चौधरी, पीओ, शिक्षा विभाग, खगड़िया।
विभागीय सूत्रों की मानें तो प्रोन्नति कमेटी में डीइओ अध्यक्ष होते हैं, तो स्थापना डीपीओ सचिव। डीएम द्वारा नामित तीन सदस्य वरीय उपसमाहर्ता शामिल होते हैं। कमेटी के सदस्यों की मानें तो जब तक पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हो जाएंगे, अंतिम मुहर लगाना मुश्किल होगा।
क्या है मामला
प्रधान में प्रोन्नति को लेकर सूची में शामिल 102 शिक्षकों की हाल ही में काउंस¨लग कराई गई थी। काउंस¨लग को लेकर पीओ विमलेश चौधरी, खगड़िया बीइओ को अधिकृत किए थे। काउंस¨लग लेने वाले एक सदस्य की मानें तो 102 शिक्षकों में करीब 62 शिक्षकों की डिग्री संदेह में रखा गया है। कई की डिग्री एक ही सत्र की है तो कई की योग्यता सही नहीं है। कई प्रमोशन की शर्त को पूरा नहीं कर रहे हैं। कई की डिग्री ऐसे संस्थानों की है जो संस्थान ही संदेह के घेरे में है। ऐसे में फिलहाल प्रमोशन को लेकर संदेह के बाद मंडरा रहे हैं।
-कोट-
यह सही है कि काउंस¨लग के दौरान कई ऐसे शिक्षक भी सूची में शामिल हैं, जो प्रमोशन के प्रावधान का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने जो देखा, उन शिक्षकों के नाम के सामने अंकित कर जमा कर दिया। वे अभी बाहर हैं। इसलिए यह नहीं बता पाएंगे कि कितने शिक्षक प्रोन्नति के प्रावधानों को पूरा कर रहे हैं।
- विमलेश चौधरी, पीओ, शिक्षा विभाग, खगड़िया।