मुजफ्फरपुर। वरीय संवाददाता सूबे के 12 हजार उर्दू-बांग्ला अभ्यर्थी टीईटी रिजल्ट की मान्यता के लिए तीन साल से चक्कर काट रहे हैं। बोर्ड की ओर से तीन बार रिजल्ट में संशोधन किया गया। लेकिन कभी पास तो कभी फेल करार दिए जाने से ये अभ्यर्थी शिक्षक बहाली से वंचित रह गये। अब इन अभ्यर्थियों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
20 सूत्री बिहार उपाध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन:
जिले के 300 से अधिक अभ्यर्थियों ने मंगलवार को उर्दू-बांग्ला स्पेशल टीईटी प्रभावित संघ के बैनर तले 20 सूत्री बिहार उपाध्यक्ष प्रो. गुलाम गौस को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। संघ के जिलाध्यक्ष सद्दाम हुसैन, कलाम आलम, मो. अजीम, इसरत परवीन आदि ने कहा कि 2013 में हमारी परीक्षा हुई। इसमें कक्षा 1-5 के लिए आयोजित टीईटी में 13 गलत सवाल पूछे गए। वहीं वर्ग 6-8 के लिए आयोजित टीईटी में 10 सवाल गलत पूछे गए। बोर्ड ने खुद माना कि सवाल गलत पूछे गए थे और इसके लिए ग्रेस अंक दिए जाएंगे।
जिले के 400 से अधिक अभ्यर्थी भुगत रहे खामियाजा:
संशोधित रिजल्ट में 26 हजार 500 परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया गया। सबने बहाली के लिए आवेदन किया तो मेरिट लिस्ट में नाम भी आ गया। मगर बोर्ड ने फिर से रिजल्ट निकाला जिसमें 12 हजार अभ्यर्थियों को फेल करार दिया गया। जिले में 400 से अधिक अभ्यर्थी इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। अभ्यर्थियों ने कहा कि जब गलती बोर्ड की है तो इसका खामियाजा हम क्यों भुगते। अगर इस पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
20 सूत्री बिहार उपाध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन:
जिले के 300 से अधिक अभ्यर्थियों ने मंगलवार को उर्दू-बांग्ला स्पेशल टीईटी प्रभावित संघ के बैनर तले 20 सूत्री बिहार उपाध्यक्ष प्रो. गुलाम गौस को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा। संघ के जिलाध्यक्ष सद्दाम हुसैन, कलाम आलम, मो. अजीम, इसरत परवीन आदि ने कहा कि 2013 में हमारी परीक्षा हुई। इसमें कक्षा 1-5 के लिए आयोजित टीईटी में 13 गलत सवाल पूछे गए। वहीं वर्ग 6-8 के लिए आयोजित टीईटी में 10 सवाल गलत पूछे गए। बोर्ड ने खुद माना कि सवाल गलत पूछे गए थे और इसके लिए ग्रेस अंक दिए जाएंगे।
जिले के 400 से अधिक अभ्यर्थी भुगत रहे खामियाजा:
संशोधित रिजल्ट में 26 हजार 500 परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया गया। सबने बहाली के लिए आवेदन किया तो मेरिट लिस्ट में नाम भी आ गया। मगर बोर्ड ने फिर से रिजल्ट निकाला जिसमें 12 हजार अभ्यर्थियों को फेल करार दिया गया। जिले में 400 से अधिक अभ्यर्थी इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। अभ्यर्थियों ने कहा कि जब गलती बोर्ड की है तो इसका खामियाजा हम क्यों भुगते। अगर इस पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।