पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अप्रैल से
सभी पंचायतों में नौंवीं की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसके लिए सभी स्कूलों में
जरूरत के हिसाब से शिक्षकों के रिक्त पदों पर नियोजन जल्द से जल्द पूरा कर
लिया जाएगा। ताकि कहीं भी बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं हो। सभी माध्यमिक और
उच्च माध्यमिक स्कूलों में कंप्यूटर और प्रिंटर के साथ अबाध बिजली की
आपूर्ति का इंतजाम होगा। मुख्यमंत्री सोमवार को बिहार विद्यालय परीक्षा
समिति द्वारा अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस
दौरान उन्होंने 186 करोड़ रुपए की योजनाओं का उद्घाटन किया।
नीतीश ने कहा कि तकनीक के प्रयोग से काम में आसानी हो रही है। इसलिए अब पढाई की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए स्मार्ट क्लास आधारित बांका उन्नयन मॉडल को पूरे राज्य में लागू किया जा रहा है। कंप्यूटर और प्रिंटर का इंतजाम परीक्षा समिति की ओर से किया जाएगा। बांका उन्नयन मॉडल को अब 11वीं-12वीं में भी लागू किया जाएगा। वर्ष 2006 से हमने शिक्षा पर काम करना शुरू किया। पोशाक योजना ने गांवों में स्थिति बदल दी। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति लगातार बेहतर काम कर रही है। इसके काम को देखने के लिए दूसरे प्रदेशों के अधिकारी तक आ रहे हैं। लेकिन कुछ समय पहले कैसी स्थिति थी? टॉपर का क्या हाल हुआ था? परीक्षा में बच्चों को चोरी कराते हुए कैसी तस्वीर छपी थी? तब कितनी बदनामी हुई? इसलिए लगातार नजर रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने मैट्रिक-इंटर के परीक्षार्थियों और शिक्षकों के लिए बीएसईबी मोबाइल एप को लॉन्च किया।
जल-जीवन-हरियाली से भावी पीढ़ी का भविष्य होगा सुरक्षित
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल के संरक्षण से हरियाली बढ़ेगी। हरियाली बढ़ने पर हमारी भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित होगा। मुझे खुशी है कि बिहार में बच्चे पर्यावरण संरक्षण को लेकर ज्यादा जागरूक हो रहे हैं। मानव श्रृंखला में 5.18 करोड़ से अधिक लोग शामिल हुए। इनमें बच्चों की भी अच्छी-खासी तादाद थी।
पोर्न साइट पर रोक लगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक के सहारे महिलाओं और बच्चियों पर कैसे-कैसे जुल्म हो रहे हैं? हम तो चाहते हैं कि पोर्न साइट्स पर जल्द से जल्द रोक लगे। ताकि ऐसी गंदी चीजें कोई इंटरनेट पर देख नहीं सके।
नीतीश ने कहा कि तकनीक के प्रयोग से काम में आसानी हो रही है। इसलिए अब पढाई की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए स्मार्ट क्लास आधारित बांका उन्नयन मॉडल को पूरे राज्य में लागू किया जा रहा है। कंप्यूटर और प्रिंटर का इंतजाम परीक्षा समिति की ओर से किया जाएगा। बांका उन्नयन मॉडल को अब 11वीं-12वीं में भी लागू किया जाएगा। वर्ष 2006 से हमने शिक्षा पर काम करना शुरू किया। पोशाक योजना ने गांवों में स्थिति बदल दी। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति लगातार बेहतर काम कर रही है। इसके काम को देखने के लिए दूसरे प्रदेशों के अधिकारी तक आ रहे हैं। लेकिन कुछ समय पहले कैसी स्थिति थी? टॉपर का क्या हाल हुआ था? परीक्षा में बच्चों को चोरी कराते हुए कैसी तस्वीर छपी थी? तब कितनी बदनामी हुई? इसलिए लगातार नजर रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने मैट्रिक-इंटर के परीक्षार्थियों और शिक्षकों के लिए बीएसईबी मोबाइल एप को लॉन्च किया।
जल-जीवन-हरियाली से भावी पीढ़ी का भविष्य होगा सुरक्षित
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल के संरक्षण से हरियाली बढ़ेगी। हरियाली बढ़ने पर हमारी भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित होगा। मुझे खुशी है कि बिहार में बच्चे पर्यावरण संरक्षण को लेकर ज्यादा जागरूक हो रहे हैं। मानव श्रृंखला में 5.18 करोड़ से अधिक लोग शामिल हुए। इनमें बच्चों की भी अच्छी-खासी तादाद थी।
पोर्न साइट पर रोक लगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक के सहारे महिलाओं और बच्चियों पर कैसे-कैसे जुल्म हो रहे हैं? हम तो चाहते हैं कि पोर्न साइट्स पर जल्द से जल्द रोक लगे। ताकि ऐसी गंदी चीजें कोई इंटरनेट पर देख नहीं सके।