किशनगंज । मैट्रिक (कक्षा दसवीं) में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के
परीक्षा परिणाम में गुणात्मक सुधार लाने के लिए एजुकेशन एप लांच करने की
कवायद जोर-शोर से चल रही है।
इसके लिए उत्क्रमित हाई स्कूल, हाई स्कूल और प्लस टू विद्यालयों में अध्यापन कार्य में लगे शिक्षक-शिक्षिकाओं का चयन कर जिम्मेवारी दी गई है। चयनित शिक्षक-शिक्षिकाएं कक्षा दसवीं के पाठ्रयक्रम के आधार पर प्रश्नावली के सरल व सुगम उत्तर, परीक्षा में आने वाले संभावित प्रश्न और पाठ्यक्रम के सभी अध्याय को सुगमतापूर्वक समझ की तकनीक का विकास किया है। पहले इस एप का ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के आधार पर विद्यार्थियों की राय भी ली जाएगी, ताकि एप में जरूरत के अनुरूप सुधार भी लाया जा सके।
दरअसल जिला पदाधिकारी महेन्द्र कुमार के निर्देशानुसार मैट्रिक एजुकेशन एप बनाने के लिए कई शिक्षक-शिक्षिकाओं ने दिन-रात मेहनत की है। इनमें अंग्रेजी विषय के लिए कुमारी गुडडी (उच्च विद्यालय ¨सघिया), दीप रंजन दास (उच्च विद्यालय रतनपुर), सुनीति कुमारी (प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय किशनगंज) और गणित विषय के लिए सुभाष चंद्र वर्मा (उच्च विद्यालय तुलसिया), डॉ. राजेश कुमार (उच्च विद्यालय चकलाघाट), विश्वजीत मिश्रा (उत्क्रमित उच्च विद्यालय कटहलबाड़ी) शामिल हैं। इसके अलावा विज्ञान विषय के लिए सुमन लता (उच्च विद्यालय तुलसिया), श्वेता कुमारी (प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय किशनगंज), अरशद आजम (रसल उच्च विद्यालय), मीना वर्मा (नेशनल हाई स्कूल) सहित कई अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हैं। मैट्रिक पाठ्यक्रम से संबंधित मैटर का डीआरसीसी कार्यालय में वीडियो रिका¨डग कर सीडी तैयार कर लिया गया है। मैट्रिक पाठ्रयक्रम के लिए रिकार्ड किए सीडी को मैट्रिक एजुकेशन एप के रूप में तैयार किया गया है। इस एप के लांच होने से विद्यार्थी सुविधाजनक रूप से मैट्रिक परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। इसके लिए बकायदा गुरूवार को डुमरिया स्थिति प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय में डीडीसी के द्वारा डिमोंस्ट्रेशन क्लास चलाकर ट्रायल भी किया गया।
इसके लिए उत्क्रमित हाई स्कूल, हाई स्कूल और प्लस टू विद्यालयों में अध्यापन कार्य में लगे शिक्षक-शिक्षिकाओं का चयन कर जिम्मेवारी दी गई है। चयनित शिक्षक-शिक्षिकाएं कक्षा दसवीं के पाठ्रयक्रम के आधार पर प्रश्नावली के सरल व सुगम उत्तर, परीक्षा में आने वाले संभावित प्रश्न और पाठ्यक्रम के सभी अध्याय को सुगमतापूर्वक समझ की तकनीक का विकास किया है। पहले इस एप का ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के आधार पर विद्यार्थियों की राय भी ली जाएगी, ताकि एप में जरूरत के अनुरूप सुधार भी लाया जा सके।
दरअसल जिला पदाधिकारी महेन्द्र कुमार के निर्देशानुसार मैट्रिक एजुकेशन एप बनाने के लिए कई शिक्षक-शिक्षिकाओं ने दिन-रात मेहनत की है। इनमें अंग्रेजी विषय के लिए कुमारी गुडडी (उच्च विद्यालय ¨सघिया), दीप रंजन दास (उच्च विद्यालय रतनपुर), सुनीति कुमारी (प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय किशनगंज) और गणित विषय के लिए सुभाष चंद्र वर्मा (उच्च विद्यालय तुलसिया), डॉ. राजेश कुमार (उच्च विद्यालय चकलाघाट), विश्वजीत मिश्रा (उत्क्रमित उच्च विद्यालय कटहलबाड़ी) शामिल हैं। इसके अलावा विज्ञान विषय के लिए सुमन लता (उच्च विद्यालय तुलसिया), श्वेता कुमारी (प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय किशनगंज), अरशद आजम (रसल उच्च विद्यालय), मीना वर्मा (नेशनल हाई स्कूल) सहित कई अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल हैं। मैट्रिक पाठ्यक्रम से संबंधित मैटर का डीआरसीसी कार्यालय में वीडियो रिका¨डग कर सीडी तैयार कर लिया गया है। मैट्रिक पाठ्रयक्रम के लिए रिकार्ड किए सीडी को मैट्रिक एजुकेशन एप के रूप में तैयार किया गया है। इस एप के लांच होने से विद्यार्थी सुविधाजनक रूप से मैट्रिक परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। इसके लिए बकायदा गुरूवार को डुमरिया स्थिति प्लस टू बालिका उच्च विद्यालय में डीडीसी के द्वारा डिमोंस्ट्रेशन क्लास चलाकर ट्रायल भी किया गया।