46 स्कूलों का िरजल्ट जीरो, क्या पढ़ाते थे?
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर रिजल्ट ने इस बार हर किसी को सकते में डाल दिया. साइंस में मात्र 67.06 फीसदी छात्र पास कर पाये, जबकि आर्ट्स में यह आंकड़ा और घट कर महज 56.73 फीसदी रहा.
कॉमर्स में रिजल्ट थोड़ा बेहतर रहा और 80.87 फीसदी परीक्षार्थी पास हुए. चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार इंटर में 46 सरकारी स्कूलों के सभी 166 बच्चे फेल हो गये हैं. इनमें साइंस में 15 स्कूलों के सभी 61, कॉमर्स में 16 स्कूलों के सभी 22 और आर्ट्स में 15 स्कूलों से सभी 83 विद्यार्थी फेल कर गये हैं. इन 46 स्कूलाें में कुल 386 शिक्षक कार्यरत हैं.
इसमें नियमित और नियोजित दोनों तरह के शिक्षक हैं. नियमित शिक्षकों की मासिक सैलरी औसतन 60 से 70 हजार रुपये के बीच है. वहीं, नियोजित शिक्षकों की सैलरी औसतन 20 हजार रुपये के आसपास है. इन शिक्षकों की सैलरी पर हर महीने 1.49 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. इसके अलावा स्कूल के रखरखाव के लिए भी नियमित रूप से अनुदान भी मिलता है. इस रिजल्ट से पता चलता है कि प्रदेश के अधिकतर स्कूलों में शिक्षा की क्या क्वालिटी है.
हर माह इनकी जेब में जाते हैं 1.49 करोड़
बापू स्मृति गणेश प्लस टू हाइस्कूल, सेवतर, गया
परीक्षा में शामिल: 9, पास हुए : 00
आर्ट्स शिक्षकों की संख्या : 10 सभी नियोजित
शिक्षकों का प्रतिमाह वेतन 2,00000 (लगभग)
जनता हाइस्कूल, मउ, टिकारी, गया
परीक्षा में शामिल: 07, पास हुए : 00
आर्ट्स शिक्षकों की संख्या : 11 (02 नियोजित, 09 नियमित)
शिक्षकों का प्रतिमाह वेतन 6 लाख 25 हजार (लगभग)
मारवाड़ी इंटर कॉलेज प्लस टू स्कूल, मुजफ्फरपुर
इंटर आर्ट्स से परीक्षा में शामिल विद्यार्थी : 01, पास विद्यार्थी : 00
कॉमर्स में शिक्षकों की संख्या : 11 (09 नियोजित, 02 नियमित)
शिक्षकों का प्रतिमाह वेतन 6 तीन लाख 50 हजार (लगभग)
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पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर रिजल्ट ने इस बार हर किसी को सकते में डाल दिया. साइंस में मात्र 67.06 फीसदी छात्र पास कर पाये, जबकि आर्ट्स में यह आंकड़ा और घट कर महज 56.73 फीसदी रहा.
कॉमर्स में रिजल्ट थोड़ा बेहतर रहा और 80.87 फीसदी परीक्षार्थी पास हुए. चौंकाने वाली बात यह है कि इस बार इंटर में 46 सरकारी स्कूलों के सभी 166 बच्चे फेल हो गये हैं. इनमें साइंस में 15 स्कूलों के सभी 61, कॉमर्स में 16 स्कूलों के सभी 22 और आर्ट्स में 15 स्कूलों से सभी 83 विद्यार्थी फेल कर गये हैं. इन 46 स्कूलाें में कुल 386 शिक्षक कार्यरत हैं.
इसमें नियमित और नियोजित दोनों तरह के शिक्षक हैं. नियमित शिक्षकों की मासिक सैलरी औसतन 60 से 70 हजार रुपये के बीच है. वहीं, नियोजित शिक्षकों की सैलरी औसतन 20 हजार रुपये के आसपास है. इन शिक्षकों की सैलरी पर हर महीने 1.49 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. इसके अलावा स्कूल के रखरखाव के लिए भी नियमित रूप से अनुदान भी मिलता है. इस रिजल्ट से पता चलता है कि प्रदेश के अधिकतर स्कूलों में शिक्षा की क्या क्वालिटी है.
हर माह इनकी जेब में जाते हैं 1.49 करोड़
बापू स्मृति गणेश प्लस टू हाइस्कूल, सेवतर, गया
परीक्षा में शामिल: 9, पास हुए : 00
आर्ट्स शिक्षकों की संख्या : 10 सभी नियोजित
शिक्षकों का प्रतिमाह वेतन 2,00000 (लगभग)
जनता हाइस्कूल, मउ, टिकारी, गया
परीक्षा में शामिल: 07, पास हुए : 00
आर्ट्स शिक्षकों की संख्या : 11 (02 नियोजित, 09 नियमित)
शिक्षकों का प्रतिमाह वेतन 6 लाख 25 हजार (लगभग)
मारवाड़ी इंटर कॉलेज प्लस टू स्कूल, मुजफ्फरपुर
इंटर आर्ट्स से परीक्षा में शामिल विद्यार्थी : 01, पास विद्यार्थी : 00
कॉमर्स में शिक्षकों की संख्या : 11 (09 नियोजित, 02 नियमित)
शिक्षकों का प्रतिमाह वेतन 6 तीन लाख 50 हजार (लगभग)
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