छपरा| जिले में नियोजित शिक्षकों के बहाली की निगरानी जांच चल रही है।इसमें प्रथमदृष्टया मशरक सहित अन्य पंचायतों के 18 हाई स्कूल शिक्षक और 600 से अधिक प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षकों की डिग्री जांच के घेरे में आया है।
इस मामले में निगरानी की टीम ने इन शिक्षकों की शैक्षणिक डिग्री की जांच के लिए संबंधित संस्थानों को भेजा है। अभी तक 50 से अधिक नियोजित शिक्षकों की डिग्री फर्जी निकली है और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।
येमिला है फर्जीवाड़ा-
इनशिक्षकों के डिग्री पर सवाल है।निगरानी को अंदेशा है कि इनकी डिग्री फर्जी हो सकता है।इसमें कुछ शिक्षकों के ट्रेनिंग तो कुछ के टीइटी एसटीइटी की डिग्री फर्जी है।इसके अलावे कई नियोजन इकाइयों ने मेधा सूची में हेराफेरी की है।
इस मामले में निगरानी की टीम ने इन शिक्षकों की शैक्षणिक डिग्री की जांच के लिए संबंधित संस्थानों को भेजा है। अभी तक 50 से अधिक नियोजित शिक्षकों की डिग्री फर्जी निकली है और उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।
येमिला है फर्जीवाड़ा-
इनशिक्षकों के डिग्री पर सवाल है।निगरानी को अंदेशा है कि इनकी डिग्री फर्जी हो सकता है।इसमें कुछ शिक्षकों के ट्रेनिंग तो कुछ के टीइटी एसटीइटी की डिग्री फर्जी है।इसके अलावे कई नियोजन इकाइयों ने मेधा सूची में हेराफेरी की है।