बिहार न्यूज़ डेस्क बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा बोधगया के एक निजी होटल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की चुनौतियों में सरकार और शिक्षकों की भूमिका पर एक शैक्षिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.कार्यक्रम का शुभारंभ
संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू, उपाध्यक्ष शंभू यादव व अन्य ने विधिवत किया. संगोष्ठी में उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर बिहार को शिक्षा के क्षेत्र में शीर्ष पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. साथ ही हम सरकार से मांग करते हैं कि नियोजित शिक्षकों के लिए समान काम के लिए समान वेतन, राज्य कर्मचारी का दर्जा और पुरानी पेंशन जल्द लागू की जाए.अन्य वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने 2003 में पुरानी पेंशन व्यवस्था को बंद कर दिया था. बिहार सरकार ने भी 2005 से पेंशन निलंबित कर नई पेंशन नीति लागू की. नई पेंशन व्यवस्था राज्य कर्मचारियों के लिए फायदेमंद नहीं है. सरकार के उदासीन रवैये से बिहार के शिक्षकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. बिहार के शिक्षक बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे रहे हैं. इस अवसर पर राज्य सचिव धनंजय सिंह, मगध संभाग के अध्यक्ष डॉ मधु, गया जिला अध्यक्ष शत्रुधन प्रसाद सहित अन्य उपस्थित थे.