Advertisement

बक्सर में फिर डिजिटल शिक्षा के अनुरूप ढल रहे शिक्षक और विद्यार्थी

 बक्सर। सौम्या, अराध्या सुमन, विनीत, अनुराग, अमृत और शिम्पी सहित कई छात्र-छात्रां डुमरांव के एक निजी स्कूल में कक्षा पांच में पढ़ती हैं। वहीं शिवानी, आदित्य पलक पांडेय, रोहित और निशांत चौथी क्लास के छात्र हैं।

कुछ दिन पहले तक ये सभी छात्र- छात्राएं सोमवार से शुक्रवार रोज सुबह साढे़ छह बजे स्कूल जाने के लिए तैयार हो जाते थे, लेकिन अब कोरोना संक्रमण बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्कूल बंद हो जाने के बाद ये बच्चे अपने घर के कमरे में ईयरफोन लगाकर जूम एप व गूगल मीट के माध्यम से डिजिटल क्लास रूम से जुड़ रहे हैं। डिजिटल कक्षा 40 मिनट की होती है और इसमें उनके साथ उनके शिक्षक और सहपाठी भी जुड़े होते हैं। वर्गानुसार कक्षाएं सुबह 8.30 बजे से शुरू होकर देर शाम 8.45 तक चलती हैं। कोरोना के कारण एक स्कूल बंद हो जाने से फिर से शिक्षक और विद्यार्थी डिजिटल शिक्षा के अनुरूप ढलने लगे हैं।

कोरोना की दूसरी लहर में स्कूल बंद होने के बाद काफी समय तक बच्चे पढ़ाई से दूर रह गए। हालांकि बाद में निजी स्कूलों तथा कुछ सरकारी शिक्षकों ने अपने स्तर से बच्चों को आनलाइन पढ़ाई शुरू किया। अब एक बार फिर कोरोना के कारण स्कूल बंद हो गए हैं, लेकिन इस बार स्कूल प्रबंधन और बच्चे अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। स्कूल बंद होने के साथ ही आनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है। बच्चे घर बैठे ही आनलाइन क्लास से जुड़ कर अपना कोर्स पूरा कर रहे हैं। नगर के अधिकतर स्कूल के शिक्षक और इन स्कूलों के बच्चे डिजिटल शिक्षा के अनुरूप ढल रहे हैं। शिक्षक एसके पांडेय, राबिन राय, प्रवीण राय, दिनेश सिंह, आकांक्षा, दामिनी और पुनम पांडेय ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार द्वारा स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी होते ही छात्रों का पाठ्यक्रम पूरा कराने के उद्देश्य से नियमित रूप से आनलाइन क्लास शुरू कर दी गई है। कोरोना की दूसरी लहर में आनलाइन क्लास करने के कारण बच्चों को भी इस बार आनलाइन क्लास करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आ रही है। 

UPTET news

Blogger templates