पटना(बिहार)। इस
साल भी बिहार कक्षा 10वीं के रिजल्ट में जमुई की सिमुलतला स्कूल का ही
बोलबाला रहा। बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में सावन राज भारती ने टॉप किया
है। उन्हें 97.2 प्रतिशत (486) अंक प्राप्त हुए हैं। बांका
निवासी टॉपर सावन ने कहा- मुझे पूरी उम्मीद थी कि मैं टॉप 10 में जगह बना
पाऊंगा लेकिन टॉप करने की उम्मीद कम थी। मैं हर दिन 15 घंटे पढ़ाई करता था।
इस दौरान अगर मुझे थकान होने लगती थी। तो मैं खुद के नाम के आगे बिहार
टॉपर लगाकर देखा था, जिससे मुझे पढ़ाई करने के लिए दोबारा एनर्जी मिलती थी।
मैंने किसी भी विषय के लिए ट्यूशन नहीं लगवाया।
आईएएस बनना चाहते हैं सावन
मुझे आईएएस बनकर अपने पिता का सपना साकार करना है। मेरे पिता एक छोटे किसान है और पूरे घर की जिम्मेदारी उन्हीं पर है। मेरी मां एक गृहिणी है। मैं अभी से ही यूपीएससी की तैयारी में जुट गया हूं। इसके अलवा मैं योग के लिए अलग से पढ़ाई भी करना चाहता हूं, क्योंकि दुनिया में बीमारी तेजी से बढ़ रही है। इसके लिए लोगों को जिंदगी में योग का महत्व समझने की जरूरत है।
शिक्षकों का हमेशा मिला सहयोग
सावन का कहना है कि मेरे रिजल्ट में स्कूल और माता-पिता का बहुत सहयोग रहा है। बचपन से गणित और विज्ञान में काफी रुचि थी, लेकिन शिक्षकों ने हमेशा कहा कि अच्छे नंबर लाने के लिए सभी विषयों पर बराबर ध्यान देना जरूरी है। इसके बाद मैंने सभी विषयों सामाजिक विज्ञान, हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी में मन लगाकर पढ़ाई की। मुझे हमेशा ही शिक्षकों का सहयोग मिला है। शिक्षकों को गाइडेंस की वजह से ही अच्छे नंबर आए।
बेटे के साथ पूरा परिवार
सावन राज के पिता ओंकार भारती कहते हैं कि जिसका बेटा पूरे बिहार में टॉप किया हो, उसके मां-बाप से ज्यादा खुशी और किसे होगी। ओंकार बताते हैं कि उनका बेटा बचपन से ही मेधावी रहा है। हमेशा स्कूल के शिक्षकों से तारीफ सुनने को मिलती थी। उम्मीद थी कि बेटा एक दिन जरूर नाम रौशन करेगा। उनका कहना है कि बेटा आगे जिस फील्ड में जाना चाहता है, उसके सपने को साकार करने के लिए पूरा परिवार साथ खड़ा है।
सिमुलतला आवासीय विद्यालय ने फिर मारी बाजी
बता दें कि बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में इस साल टॉप टेन लिस्ट में 18 छात्र हैं, जिनमें 16 छात्र सिमुलतला आवासीय विद्यालय जमुई के हैं। इस साल यहां 10वीं 80.73 फीसदी छात्र पास हुए हैं। दूसरे स्थान रौनित राज 96.6 प्रतिशत (483) अंकों के साथ और 96.2 फीसदी (481) अंक के साथ प्रियांशु राज तीसरे स्थान पर हैं। पिछले साल 10वीं की परीक्षा में 68.89 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए थे। जिसमें 91.4 फीसदी अंकों के साथ पहला स्थान पर प्रेरणा राज और प्रज्ञा और शिखा कुमारी ने दूसरा स्थान हासिल किया था। वहीं साल 2016 में यही विद्यालय टॉपर था। साल 2015 में भी मैट्रिक परीक्षा में टॉप 10 में आने वाले 31 में से 30 छात्र यहीं के थे।
आईएएस बनना चाहते हैं सावन
मुझे आईएएस बनकर अपने पिता का सपना साकार करना है। मेरे पिता एक छोटे किसान है और पूरे घर की जिम्मेदारी उन्हीं पर है। मेरी मां एक गृहिणी है। मैं अभी से ही यूपीएससी की तैयारी में जुट गया हूं। इसके अलवा मैं योग के लिए अलग से पढ़ाई भी करना चाहता हूं, क्योंकि दुनिया में बीमारी तेजी से बढ़ रही है। इसके लिए लोगों को जिंदगी में योग का महत्व समझने की जरूरत है।
शिक्षकों का हमेशा मिला सहयोग
सावन का कहना है कि मेरे रिजल्ट में स्कूल और माता-पिता का बहुत सहयोग रहा है। बचपन से गणित और विज्ञान में काफी रुचि थी, लेकिन शिक्षकों ने हमेशा कहा कि अच्छे नंबर लाने के लिए सभी विषयों पर बराबर ध्यान देना जरूरी है। इसके बाद मैंने सभी विषयों सामाजिक विज्ञान, हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी में मन लगाकर पढ़ाई की। मुझे हमेशा ही शिक्षकों का सहयोग मिला है। शिक्षकों को गाइडेंस की वजह से ही अच्छे नंबर आए।
बेटे के साथ पूरा परिवार
सावन राज के पिता ओंकार भारती कहते हैं कि जिसका बेटा पूरे बिहार में टॉप किया हो, उसके मां-बाप से ज्यादा खुशी और किसे होगी। ओंकार बताते हैं कि उनका बेटा बचपन से ही मेधावी रहा है। हमेशा स्कूल के शिक्षकों से तारीफ सुनने को मिलती थी। उम्मीद थी कि बेटा एक दिन जरूर नाम रौशन करेगा। उनका कहना है कि बेटा आगे जिस फील्ड में जाना चाहता है, उसके सपने को साकार करने के लिए पूरा परिवार साथ खड़ा है।
सिमुलतला आवासीय विद्यालय ने फिर मारी बाजी
बता दें कि बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा में इस साल टॉप टेन लिस्ट में 18 छात्र हैं, जिनमें 16 छात्र सिमुलतला आवासीय विद्यालय जमुई के हैं। इस साल यहां 10वीं 80.73 फीसदी छात्र पास हुए हैं। दूसरे स्थान रौनित राज 96.6 प्रतिशत (483) अंकों के साथ और 96.2 फीसदी (481) अंक के साथ प्रियांशु राज तीसरे स्थान पर हैं। पिछले साल 10वीं की परीक्षा में 68.89 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए थे। जिसमें 91.4 फीसदी अंकों के साथ पहला स्थान पर प्रेरणा राज और प्रज्ञा और शिखा कुमारी ने दूसरा स्थान हासिल किया था। वहीं साल 2016 में यही विद्यालय टॉपर था। साल 2015 में भी मैट्रिक परीक्षा में टॉप 10 में आने वाले 31 में से 30 छात्र यहीं के थे।