नवादा में फर्जी टीईटी सर्टिफिकेट पर शिक्षक की नौकरी पाने वाले शिक्षकों
के मूल प्रमाणपत्र की आज जांच प्रारंभ हो गई है. जिलाधिकारी कौशल कुमार के
नेतृत्व में गठित टीम ने आज (सोमवार) डीआरडीए सभागार में मूल प्रमाणपत्रों
की जांच प्रक्रिया शुरू की.
जांच पैनल में डीएम, डीडीसी, डीईओ और अन्य पदाधिकारियों की टीम ने सभी उपस्थित अभियर्थियों के प्रमाणपत्र की जांच शुरू की. शुरुआती दौर में अधिकांश समय कुर्सियां खाली रहीं.
एक उदाहरण के तौर पर रश्मि कुमारी के नाम पर कुल 3 अभ्यर्थियों ने नौकरी पा रखी थी. उपस्थित दो रश्मि कुमारी के सर्टिफिकेट जांच किए गए तो सर्वप्रथम दोनों में से किसी का चेहरा नहीं मिला. हस्ताक्षर भी गलत पाया गया. जब उनसे टीईटी के सब्जेक्ट्स के बारे में पूछा गया तो वो भी नहीं बता पाए. यहां तक कि अपना रोल नंबर भी कुछ अभ्यर्थी नहीं बता पाए.
बताते चलें कि नवादा जिले में कुल 102 टीईटी के सर्टिफिकेट पर 254 शिक्षक गलत तरीके से बहाल हैं. खबर जब मीडिया के माध्यम से आई तब ईटीवी/न्यूज18 ने एक टीईटी पर 13 पूनम कुमारी शिक्षक की ख़बर चलाई थी.
जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से सभी 102 अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र मंगवाकर सभी 254 शिक्षकों की जांच की जा रही है. आज के दिन उपस्थिति बहुत कम ही रही, जिससे साबित होता है कि लोग गलत तरीके से बहाल हुए हैं.
उन्होंने बताया कि जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों को बर्खास्त किया जाएगा और एफआईआर कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. मामले का उद्भेदन होने के बाद डेढ़ साल से सभी शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है और जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद सही शिक्षकों का वेतन शुरू कर दिया जाएगा.
जांच पैनल में डीएम, डीडीसी, डीईओ और अन्य पदाधिकारियों की टीम ने सभी उपस्थित अभियर्थियों के प्रमाणपत्र की जांच शुरू की. शुरुआती दौर में अधिकांश समय कुर्सियां खाली रहीं.
एक उदाहरण के तौर पर रश्मि कुमारी के नाम पर कुल 3 अभ्यर्थियों ने नौकरी पा रखी थी. उपस्थित दो रश्मि कुमारी के सर्टिफिकेट जांच किए गए तो सर्वप्रथम दोनों में से किसी का चेहरा नहीं मिला. हस्ताक्षर भी गलत पाया गया. जब उनसे टीईटी के सब्जेक्ट्स के बारे में पूछा गया तो वो भी नहीं बता पाए. यहां तक कि अपना रोल नंबर भी कुछ अभ्यर्थी नहीं बता पाए.
बताते चलें कि नवादा जिले में कुल 102 टीईटी के सर्टिफिकेट पर 254 शिक्षक गलत तरीके से बहाल हैं. खबर जब मीडिया के माध्यम से आई तब ईटीवी/न्यूज18 ने एक टीईटी पर 13 पूनम कुमारी शिक्षक की ख़बर चलाई थी.
जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से सभी 102 अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्र मंगवाकर सभी 254 शिक्षकों की जांच की जा रही है. आज के दिन उपस्थिति बहुत कम ही रही, जिससे साबित होता है कि लोग गलत तरीके से बहाल हुए हैं.
उन्होंने बताया कि जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों को बर्खास्त किया जाएगा और एफआईआर कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. मामले का उद्भेदन होने के बाद डेढ़ साल से सभी शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है और जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद सही शिक्षकों का वेतन शुरू कर दिया जाएगा.