समस्तीपुर। अन्य जिलों में पदास्थापित 62 शिक्षकों का इस जिले में पदस्थापन
किया गया है। इस पदास्थापन में स्कूलों शिक्षण व्यवस्था की जगह शिक्षकों
की सुविधा का ध्यान रखकर पदास्थापन किया गया है। इनके पदस्थापन में एकल
शिक्षक वाले स्कूल पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
इसके अलावा नियोजित शिक्षक तथा शारीरिक शिक्षक के प्रभारी एचएम बने स्कूलों का कोई ध्यान नहीं रखा गया है। जिले में कई स्कूल हैं जहां एकल शिक्षक हैं। इसकी भरपाई के लिए विभाग ने हाल में अन्य स्कूलों से शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया है। बावजूद कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। बड़ी संख्या में नवसृजित सहित कई स्कूलों में आज भी नियोजित और शारीरिक शिक्षक नियम के प्रतिकूल प्रभारी एचएम बने हुए हैं। विभाग इन 62 शिक्षकों के पदास्थापन इन ¨बदुओं को दरकिनार कर शिक्षकों को उनकी सुविधा के मुताबिक विद्यालयों में पदस्थापन कर दिया है। इस स्थिति में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात पूरी तरह बेमानी लगती है।
इसके अलावा नियोजित शिक्षक तथा शारीरिक शिक्षक के प्रभारी एचएम बने स्कूलों का कोई ध्यान नहीं रखा गया है। जिले में कई स्कूल हैं जहां एकल शिक्षक हैं। इसकी भरपाई के लिए विभाग ने हाल में अन्य स्कूलों से शिक्षकों का प्रतिनियोजन किया है। बावजूद कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। बड़ी संख्या में नवसृजित सहित कई स्कूलों में आज भी नियोजित और शारीरिक शिक्षक नियम के प्रतिकूल प्रभारी एचएम बने हुए हैं। विभाग इन 62 शिक्षकों के पदास्थापन इन ¨बदुओं को दरकिनार कर शिक्षकों को उनकी सुविधा के मुताबिक विद्यालयों में पदस्थापन कर दिया है। इस स्थिति में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात पूरी तरह बेमानी लगती है।