खुशखबरी. बीपीएससी ने निकाले आवेदन, सरकार से भी मांगी गाइडलाइन
पटना हाइकोर्ट के आदेश के बाद बीपीएससी ने राज्य सरकार और अपर महाधिवक्ता को पत्र भेज कर मामले में गाइडलाइन मांगी है.
पटना : राज्य के विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली में
बिहार पात्रता परीक्षा (बिहार इलिजिब्लिटी टेस्ट) पास किये अभ्यर्थियों को
मौका देने की बिहार लोक सेवा आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है.
पटना हाइकोर्ट के आदेश के बाद बीपीएससी जहां एक तरफ राज्य सरकार और
अपर महाधिवक्ता को पत्र भेज कर इस मामले में गाइडलाइन मांगा है, वहीं अपने
स्तर से बेट पास वैसे अभ्यर्थी, जिन्होंने आवेदन दिया था उनके एप्लीकेशन को
निकालने का काम शुरू कर दिया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सरकार से
मार्गदर्शन मिलने पर दशहरा के बाद से बेट पास अभ्यर्थियों की इंटरव्यू
प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. जिन विषयों के इंटरव्यू हो चुके हैं, लेकिन
रिजल्ट अभी नहीं आया है उसके लिए बेट पास अभ्यर्थियों का अलग से इंटरव्यू
लेगा
.
बेट पास अभ्यर्थियों के विषय वार आवेदन निकाले जा रहे हैं और पद के
आधार पर उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जायेगा. इन इंटरव्यू का आयोजन दशहरा
के बाद किया जायेगा और पहले हो चुके इंटरव्यू में शामिल अभ्यर्थियों के
साथ मेधा सूची तैयार की जायेगी. इसमें मेरिट के आधार पर आने वाले
अभ्यर्थियों का अंतिम रिजल्ट जारी होगा. आयोग के सूत्रों की माने तो
बीपीएससी ने सरकार से पूछा है कि पटना हाइकोर्ट के फैसले को सरकार लागू
करेगा या फिर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी, इसे भी जल्द से जल्द क्लियर
करें.
छह विषयों का हो चुका है इंटरव्यू
बीपीएससी असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए अब तक कुल आठ विषयों का इंटरव्यू
ले चुकी है. मैथिली में जहां चयनित असिस्टेंट प्रोफेसर योगदान कर चुके हैं,
वहीं अंगरेजी का रिजल्ट भी जारी हो चुका है. इसके अलावा अर्थशास्त्र,
दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, भौतिकी, गणित व रसायन शास्त्र विषय के लिए
इंटरव्यू हो चुके हैं, लेकिन रिजल्ट जारी नहीं हुआ है. इन विषयों के
साथ-साथ बचे 33 अन्य विषयों के होने वाले इंटरव्यू में बेट पास अभ्यर्थियों
को मौका मिल सकेगा.
राज्य के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में 3364 पदों की बहाली के अलावा
भी वर्तमान में करीब 10 हजार पद खाली हैं. सितंबर 2014 में नियुक्ति
प्रक्रिया जब शुरू की गयी तो 3364 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया, जबकि
विभाग द्वारा दिये गये कुल पदों 3447 में से 83 पदों की कटौती कर दी गयी.
इसके अलावा उस समय खाली पदों में से 25 प्रतिशत पद यानी 1149 पदों को
बैकलॉग के रूप में अलग लिया गया है. इस पर बहाली शुरू नहीं हो सकी.
असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति प्रक्रिया के शुरू होने से अब तक करीब आठ
हजार विवि व कॉलेजों के शिक्षक सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं.
1995, 1996 व 1997 में हुआ था बेट
बिहार में ''बिहार लेक्चरर पात्रता परीक्षा'' का आयोजन 1995, 1996 और
1997 में हुआ था. इसमें 1995 के सफल अभ्यर्थियों की विवि-कॉलेजों में
नियुक्ति 1996 में हो गयी थी, जबकि 1996 के बेट के सफल अभ्यर्थियों की
नियुक्ति 2003 में हुई थी. वहीं, 1997 के बेट का रिजल्ट 1998 में आया था.
इसके बाद प्रदेश में ना तो बिहार इलिजिब्लिटी टेस्ट हुआ और ना ही 2003 के
बाद बहाली हुई. प्रदेश के विवि में असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली की
प्रक्रिया सितंबर 2014 से शुरू हुई और 2015 के दिसंबर में इंटरव्यू की
प्रक्रिया शुरू हुई.
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