मोतिहारी । काफी समय से सुस्त पड़े प्रारंभिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों
की जांच में तेजी आने की संभावना प्रबल हो चुकी है। काफी समय से प्रमाण
पत्रों के जांच होने का इंतजार किया जा रहा था। इस दिशा में कदम आगे बढ़ता
दिख रहा है। इस क्रम में जिन प्रारंभिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को
निगरानी को हस्तगत कराया गया है उनके प्रमाण पत्रों की छ़टाई की प्रक्रिया
हो रही है।
प्रमाण पत्रों की छंटाई निगरानी ब्यूरो के स्तर पर की जा रही है। प्रमाण पत्रों की छंटाई पूरा होने पर संबंधित शिक्षण संस्थानों को जांच के लिए भेजा जाएगा। प्रमाण पत्रों की छंटाई कई दिनों से जारी है। प्रमाण पत्रों की जांच प्रक्रिया में कदम बढ़ने की सूचना से जाली प्रमाण पत्र धारक शिक्षकों के बीच बेचैनी बढ़ने लगी है। जिले में कितने शिक्षकों की बहाली जाली प्रमाण पत्र के आधार पर हुई है इसका सच तो संबंधित संस्थानों से जांचोपरांत सामने आ सकेगा। हालांकि, जांच प्रक्रिया की धीमी रफ्तार को देख ऐसे शिक्षक राहत महसूस कर रहे थे। अभी तो माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इसमें से तीन शिक्षकों के प्रमाण पत्र जाली प्रमाण पत्र चिन्हित होने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसमें जिला परिषद नियोजन इकाई के तहत दो शिक्षिकाओं को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। एक शिक्षिका के सेवा से मुक्त करने की प्रक्रिया मोतिहारी नगर परिषद नियोजन इकाई को करना है।
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जिले में बहाल हुए है 15 हजार 662 शिक्षक
जिले में प्रारंभिक स्तरीय विद्यालयों में कुल नियोजित होने वाले शिक्षकों की संख्या 15 हजार 662 है। वर्ष 2006 से अबतक उपरोक्त शिक्षकों का नियोजन जिला में हुआ है। प्रमाण पत्रों की जांच प्रक्रिया निगरानी को सौंपने के बाद विभागीय स्तर पर कुल नियोजित शिक्षकों में से 10 हजार 22 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के अलावा नियोजन से संबंधित कई आवश्यक कागजात निगरानी को उपलब्ध कराया जा चुका है। जबकि 3111 शिक्षकों के प्रमाण पत्र निगरानी को हस्तगत कराने के लिए विभाग के पास उपलब्ध है। कुल नियोजित शिक्षकों में से अबतक विभाग को 2529 शिक्षकों के फोल्डर उपलब्ध नहीं कराए गए है।
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फोल्डर उपलब्ध नहीं कराने पर 89 नियोजन इकाईयों के सचिव पर दर्ज है प्राथमिकी
शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का फोल्डर उपलब्ध नहीं कराने पर जिले के 89 नियोजन इकाईयों के पंचायत सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज है। प्राथमिकी शिक्षा विभाग ने कई माह पूर्व दर्ज कराई है। प्राथमिकी के बाद नियोजन इकाईयों क सचिवों की सक्रियता बढ़ी। प्राथमिकी के बाद जिले के विभिन्न नियोजन इकाईयों ने 3111 शिक्षकों के प्रमाण पत्र विभाग को उपलब्ध कराए गए है। सोमवार को तुरकौलिया प्रखंड से 99 शिक्षकों के फोल्डर उपलब्ध कराए गए है।
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इनसेट बयान
निगरानी के स्तर पर प्रारंभिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की छंटाई की जा रही है। इसके बाद संस्थान के अनुसार प्रमाण पत्रों को जांच के लिए भेजा जाएगा। जांचोपरांत प्रमाण पत्रों की सच्चाई सामने आ जाएगी।
- कुमार सहजानंद, डीईओ।
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प्रमाण पत्रों की छंटाई निगरानी ब्यूरो के स्तर पर की जा रही है। प्रमाण पत्रों की छंटाई पूरा होने पर संबंधित शिक्षण संस्थानों को जांच के लिए भेजा जाएगा। प्रमाण पत्रों की छंटाई कई दिनों से जारी है। प्रमाण पत्रों की जांच प्रक्रिया में कदम बढ़ने की सूचना से जाली प्रमाण पत्र धारक शिक्षकों के बीच बेचैनी बढ़ने लगी है। जिले में कितने शिक्षकों की बहाली जाली प्रमाण पत्र के आधार पर हुई है इसका सच तो संबंधित संस्थानों से जांचोपरांत सामने आ सकेगा। हालांकि, जांच प्रक्रिया की धीमी रफ्तार को देख ऐसे शिक्षक राहत महसूस कर रहे थे। अभी तो माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है। इसमें से तीन शिक्षकों के प्रमाण पत्र जाली प्रमाण पत्र चिन्हित होने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसमें जिला परिषद नियोजन इकाई के तहत दो शिक्षिकाओं को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। एक शिक्षिका के सेवा से मुक्त करने की प्रक्रिया मोतिहारी नगर परिषद नियोजन इकाई को करना है।
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जिले में बहाल हुए है 15 हजार 662 शिक्षक
जिले में प्रारंभिक स्तरीय विद्यालयों में कुल नियोजित होने वाले शिक्षकों की संख्या 15 हजार 662 है। वर्ष 2006 से अबतक उपरोक्त शिक्षकों का नियोजन जिला में हुआ है। प्रमाण पत्रों की जांच प्रक्रिया निगरानी को सौंपने के बाद विभागीय स्तर पर कुल नियोजित शिक्षकों में से 10 हजार 22 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के अलावा नियोजन से संबंधित कई आवश्यक कागजात निगरानी को उपलब्ध कराया जा चुका है। जबकि 3111 शिक्षकों के प्रमाण पत्र निगरानी को हस्तगत कराने के लिए विभाग के पास उपलब्ध है। कुल नियोजित शिक्षकों में से अबतक विभाग को 2529 शिक्षकों के फोल्डर उपलब्ध नहीं कराए गए है।
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फोल्डर उपलब्ध नहीं कराने पर 89 नियोजन इकाईयों के सचिव पर दर्ज है प्राथमिकी
शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का फोल्डर उपलब्ध नहीं कराने पर जिले के 89 नियोजन इकाईयों के पंचायत सचिवों पर प्राथमिकी दर्ज है। प्राथमिकी शिक्षा विभाग ने कई माह पूर्व दर्ज कराई है। प्राथमिकी के बाद नियोजन इकाईयों क सचिवों की सक्रियता बढ़ी। प्राथमिकी के बाद जिले के विभिन्न नियोजन इकाईयों ने 3111 शिक्षकों के प्रमाण पत्र विभाग को उपलब्ध कराए गए है। सोमवार को तुरकौलिया प्रखंड से 99 शिक्षकों के फोल्डर उपलब्ध कराए गए है।
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इनसेट बयान
निगरानी के स्तर पर प्रारंभिक शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की छंटाई की जा रही है। इसके बाद संस्थान के अनुसार प्रमाण पत्रों को जांच के लिए भेजा जाएगा। जांचोपरांत प्रमाण पत्रों की सच्चाई सामने आ जाएगी।
- कुमार सहजानंद, डीईओ।
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