पटना, स्टेट ब्यूरो। Hope 2022: बिहार को नए साल से काफी उम्मीदें हैैं। नौकरी और रोजगार की अटकी योजनाएं परवान चढ़ सकती हैैं। औद्योगिक विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, खेती, सड़क और श्रम सुधार के क्षेत्रों में कई ऐसी योजनाएं हैैं, जिन्हें अगले साल पूरा होना है। रोजगार सृजन का नया रोडमैप बनाया जा सकता है। राज्य के पौने दो करोड़ किसान परिवारों की आमदनी बढ़ाने के लिए जोर लगाया जा सकता है। कोरोना के खतरों को देखते हुए अस्पतालों की दशा सुधारने का प्रयास भी तेजी से किया जाना है।
युवाओं की सबसे बड़ी अपेक्षा 94 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने से जुड़ी है, जिसे अगले वर्ष के दौरान पूरा कर लेना है। इसी के साथ बीपीएससी के माध्यम से प्रधानाध्यापकों के 64 हजार पदों पर भी बहाली होनी है। उद्योग के क्षेत्र में भी कई काम होने हैैं, जिससे रोजगार के अतिरिक्त अवसर पैदा हो सकते हैैं। कई जिलों में एथेनाल प्लांट भी लगाए जाने हैैं। स्वास्थ्य विभाग में 254 स्वास्थ्य केंद्रों में आक्सीजन पाइपलाइन बिछाने की तैयारी है। 534 प्रखंडों को एंबुलेंस मिल जाएंगी। पंचायतों को संसाधन संपन्न बनाया जाएगा। प्रत्येक वार्ड में 10-10 सोलर लाइट लगाने की योजना है।
यहां मिलनी हैं नौकरियां
50 हजार प्रारंभिक और 32 हजार माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति
राज्य में 94 हजार 762 पदों पर नियुक्ति होनी है। 50 हजार को एक ही दिन 25 फरवरी को नियुक्त किया जाएगा। 32 हजार माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति भी मार्च तक पूरी होगी। बिहार के विश्वविद्यालयों को 4642 सहायक प्राध्यापक भी मिलेंगे। साक्षात्कार चल रहा।
स्कूलों में 54,242 पदों पर होगी नई बहाली
राज्य के प्रारंभिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 54,242 पदों पर नई बहाली होगी। इसमें 40,518 प्रधान शिक्षक और 5338 प्रधानाध्यापक पद पर बहाली की पूरी कर ली जाएगी। मध्य विद्यालयों में 8386 सृजित पदों पर शारीरिक अनुदेशकों की बहाली नियोजन इकाइयों के माध्यम से होनी है। प्रारंभिक स्कूलों में खाली तकरीबन 44 हजार पदों तथा माध्यमिक विद्यालयों में रिक्तियों के हिसाब से शिक्षकों की बहाली की उम्मीद है।