बिहार के प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक के पदों पर जल्द ही नियुक्ति की जाएगी. इन पदों पर नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग को अधियाचना सोमवार को भेज दी गयी है. बीपीएससी परीक्षा के जरिये इन रिक्त पदों पर चयन करेगा. इसके बाद उनकी नियुक्ति की अनुशंसा शिक्षा विभाग भेजेगा.
प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक के लिए बीपीएससी अलग-अलग परीक्षा का आयोजन करेगा. आयोग दोनों पदों के लिए 150 -150 अंकों की परीक्षा लेगा. वस्तुनिष्ठ प्रारूप की इस परीक्षा में समान रूप से 100-100 अंक सामान्य अध्ययन के लिए होंगे. प्रधानाध्यापक पद की परीक्षा में बीएड आधारित विषय वस्तु के लिए 50 अंक निर्धारित हैं. प्रधान शिक्षक पद के लिए सामान्य अध्ययन के अलावा 50 अंकों के प्रश्न डीएलएड विषय सामग्री पर आधारित होंगे. परीक्षा में निगेटिव मार्किंग भी होगी. एक प्रश्न गलत होने पर 0.25 अंक कटेंगे. परीक्षा दो घंटे की होगी.
दोनों पदों पर सैलरी भी अच्छी खासी मिलेगी. जानकारी के मुताबिक प्रधानाध्यापक का मूल वेतन 35 हजार रुपये तय किया गया है. महंगाई और दूसरे भत्ते जोड़ने के बाद इनका वेतन 50 हजार के आसपास आंका गया है. प्रधान शिक्षकों का मूल वेतन 30,500 आंका गया है. विभिन्न भत्ता आदि के जोड़ कर 40 हजार के आसपास होगा.
बता दें कि सभी जिलों से रिक्तियां मंगा ली गयी है. शिक्षा विभाग को संबंधित पदों पर बहाली के लिए जिलों से आरक्षण संबंधी रोस्टर क्लियरेंस की रिपोर्ट भी मिल गयी. बीपीएससी को अधियाचना सोमवार को भेज दी गयी है. जिसके बाद अब नये साल में सरकारी स्कूलों को प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक मिल जाएंगे. सामान्य प्रशासन विभाग के आरक्षण प्रावधान के अनुसार 35 प्रतिशत महिला प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक होंगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan