पूर्णिया। समान के लिए समान वेतन की मांग को लेकर 15 दिनों से चल रहे
शिक्षकों का आंदोलन सरकार के आश्वासन बाद रविवार को समाप्त हो गया है। इसके
साथ ही मैट्रिक और इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच का रास्ता साफ हो
गया है।
शिक्षकों ने कॉपी जांच का निर्णय लिया है। जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. अमरेन्द्र प्रसाद यादव और जिला सचिव डॉ. रामशरण मेहता ने संयुक्त रूप से बताया कि 15 अप्रैल को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ और वित्तरहित इंटरमीटिएट कॉलेज संघ से शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का सम्मान जनक समझौता हो गया है। मंत्री ने कहा कि जब तक हाईकोर्ट में मामला दायर है, तब तक समान काम के लिए समान वेतन के मुद्दे पर समझाौता नहीं हो सकता है। शिक्षकों की शेष मांगों पर मंत्री ने सहमति जताई है।
जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. अमरेन्द्र प्रसाद यादव और जिला सचिव डॉ. रामशरण मेहता ने संयुक्त रूप से बताया कि छात्र-छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार के आश्वासन पर शिक्षकों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने हाई कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण समान वेतन के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया ¨कतु अन्य मांग जैसे सेवा शर्त नियमावली 30 जून 2017 तक बनाने का आश्वासन दिया है। इस संबंध में सेवा शर्त निर्धारण के पूर्व बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के संगठनों को सेवा शर्त निर्धारण के लिए गठित समिति के समक्ष मई में अपना पक्ष प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाएगा। वैसे शिक्षक जिसपर कार्रवाई की गई है उन शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य-विद्यालय में योगदान करने पर कार्रवाई समाप्त की जाएगी। जो शिक्षक मूल्यांकन कार्य बहिष्कार कर रहे हैं अगर वे मूल्यांकन कार्य के लिए योगदान कर लेते हैं उनके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। परीक्षकों के पूर्व बकाए राशि को शीघ्र भुगतान करने के लिए बिहार परीक्षा समिति को सरकार द्वारा निदेशित करने की बात कही गई है। माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष, सचिव एवं वित्तरहित महाविद्यालय पूर्णिया के अध्यक्ष कमलेश्वरी प्रसाद मेहता, सचिव अशोक कुमार मल्लिक, राजेन्द्र प्रसाद यादव, कोषाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद यादव, कविता कुमारी, डॉ. विन्देश्वरी प्रसाद यादवव, सुशील कुमार यादव विशेषानंद झा ने माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों से छात्रों के हित में बिहार सरकार के आश्वासन पर मूल्यांकन कार्य शुरू करने का आग्रह शिक्षकों से किया। कहा कि सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं जिन्हें बिहार विद्यालपय परीक्षा समिति द्वारा नियुक्ति पत्र मिला है अवश्य अपने-अपने मूल्यांकन केंद्र पर जाकर योगदान करें। बताया कि वैसे अधिकांश महिला-पुरुष शिक्षक 16 अप्रैल को ही योगदान कर लिए हैं।
शिक्षकों ने कॉपी जांच का निर्णय लिया है। जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. अमरेन्द्र प्रसाद यादव और जिला सचिव डॉ. रामशरण मेहता ने संयुक्त रूप से बताया कि 15 अप्रैल को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ और वित्तरहित इंटरमीटिएट कॉलेज संघ से शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का सम्मान जनक समझौता हो गया है। मंत्री ने कहा कि जब तक हाईकोर्ट में मामला दायर है, तब तक समान काम के लिए समान वेतन के मुद्दे पर समझाौता नहीं हो सकता है। शिक्षकों की शेष मांगों पर मंत्री ने सहमति जताई है।
जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. अमरेन्द्र प्रसाद यादव और जिला सचिव डॉ. रामशरण मेहता ने संयुक्त रूप से बताया कि छात्र-छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार के आश्वासन पर शिक्षकों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है। शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने हाई कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण समान वेतन के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया ¨कतु अन्य मांग जैसे सेवा शर्त नियमावली 30 जून 2017 तक बनाने का आश्वासन दिया है। इस संबंध में सेवा शर्त निर्धारण के पूर्व बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के संगठनों को सेवा शर्त निर्धारण के लिए गठित समिति के समक्ष मई में अपना पक्ष प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाएगा। वैसे शिक्षक जिसपर कार्रवाई की गई है उन शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य-विद्यालय में योगदान करने पर कार्रवाई समाप्त की जाएगी। जो शिक्षक मूल्यांकन कार्य बहिष्कार कर रहे हैं अगर वे मूल्यांकन कार्य के लिए योगदान कर लेते हैं उनके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। परीक्षकों के पूर्व बकाए राशि को शीघ्र भुगतान करने के लिए बिहार परीक्षा समिति को सरकार द्वारा निदेशित करने की बात कही गई है। माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष, सचिव एवं वित्तरहित महाविद्यालय पूर्णिया के अध्यक्ष कमलेश्वरी प्रसाद मेहता, सचिव अशोक कुमार मल्लिक, राजेन्द्र प्रसाद यादव, कोषाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद यादव, कविता कुमारी, डॉ. विन्देश्वरी प्रसाद यादवव, सुशील कुमार यादव विशेषानंद झा ने माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों से छात्रों के हित में बिहार सरकार के आश्वासन पर मूल्यांकन कार्य शुरू करने का आग्रह शिक्षकों से किया। कहा कि सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं जिन्हें बिहार विद्यालपय परीक्षा समिति द्वारा नियुक्ति पत्र मिला है अवश्य अपने-अपने मूल्यांकन केंद्र पर जाकर योगदान करें। बताया कि वैसे अधिकांश महिला-पुरुष शिक्षक 16 अप्रैल को ही योगदान कर लिए हैं।