बनियापुर : प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई बनियापुर की आपात बैठक में लिये
निर्णय के आलोक में विषयगत त्रुटि एवं अवैध रूप से नियोजित बीस शिक्षकों
का नियोजन तत्काल प्रभाव से निरस्त करते हुए उन्हें सेवा से मुक्त कर दिया
गया. नियोजन इकाई की कार्रवाई के जद में आये शिक्षकों में उम्रवि सुरौधा के
अरविंद कुमार राम, मवि पिठौरी के पराग प्रसाद त्रिपाठी,उमवि भूमिहरा के
भृगुनाथ राय, उमवि कराह दरोगा जी के टोला के नासरीन बानो, उमवि सुग्गी
मियां के टोला, हरपुर के रेखा कुमारी, उमवि बतरौली के पिंकी कुमारी और
सुशील कुमार, मवि छपिया के प्रतिमा कुमारी सिंह, उमवि बसतपुर कन्या के
सुशीला कुमारी, मवि पिरौटा के दीपक कुमार गुप्ता,
उमवि बंगाली पट्टी के संतोष कुमार शर्मा, उमवि कमता पोखर के सतेंद्र,
उमवि रजौली के कुमार सुधांशु प्रसाद,मवि बनियापुर बालक के माला कुमारी,
मवि मौजे गोवा के रिंकी कुमारी, उमवि बतरौली के नरेश कुमार राय,मवि मछगरा
के रजनी कुमारी,उमवि सरेया हरदी टोला के राजीव कुमार पाठक, उमवि भटवलिया के
यास्मिन खातून,उमवि धोबवल हिंदी के शहनाज आरा शामिल है. कार्यपालक
पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी,बनियापुर द्वारा शिक्षकों के नियोजन
निरस्त करने एवं सेवा से मुक्त करने संबंधित आदेश के आलोक में
डीइओ,डीपीओ,संबंधित शिक्षक एवं एचएम को भी भेजी गयी है. संबंधित एचएम को
प्रतिलिपि के माध्यम से निर्देशित किया गया है की पत्र-प्राप्ति के साथ ही
कृत कार्रवाई से अधोहस्ताक्षरी को अवगत करना सुनिश्चित करे. बीइओ ब्रज
किशोर सिंह ने बताया की डेढ़ वर्ष पूर्व भी फर्जी प्राधिकार के आदेश के
आलोक में फर्जीवाड़ा के तहत बहाल ग्यारह शिक्षकों पर बनियापुर थाने में
प्राथमिकी दर्ज कराते हुए सेवा से मुक्त किया जा चुका है. जबकि फर्जी
डिग्री पर बहाल शिक्षकों को निगरानी जांच द्वारा स्वेच्छा से नौकरी छोड़ने
का मौका दिये जाने पर गत 27 मई 2015 को अपठित विषय पर नियोजित एक शिक्षिका
द्वारा त्याग पत्र दिया जा चुका है.
मार्च में सभी से त्रुटियों पर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण की मांग की गयी थी
नियोजन इकाई पर भी उठने लगे सवाल
नियोजन निरस्त होने के बाद से आम लोगो में इस बात की चर्चा जोरों पर
है की बहाली के समय शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा दिये आवेदन में हुई घाल-मेल
और स्क्रूटनी के दौरान त्रुटियों का खुलासा नहीं होना तत्कालीन नियोजन इकाई
की नियोजन प्रक्रिया पर सवाल खड़ा कर रहा है. कई लोगो ने दबी जुबान से
बताया की शिक्षक बहाली के समय फर्जी अभ्यर्थियों से नियोजन के नाम पर मोटी
रकम की उगाही की गयी है. हालांकि नियोजन इकाई की इस कार्रवाई से फर्जी
शिक्षकों में हड़कंप मच गया है. विभाग की इस कार्रवाई से शिक्षकों में
हड़कंप मच गया है.
क्या कहते हैं अधिकारी
गत मार्च महीने में नियोजन इकाई की बैठक में इन सभी शिक्षकों से
विषयगत त्रुटियों पर एक सप्ताह में स्पष्टीकरण की मांग की गयी थी.
स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद जांचोपरांत नियमानुकूल जवाब नहीं मिलने पर
नियोजन इकाई द्वारा कार्रवाई की गयी है.
ललन प्रसाद सिंह, बीडीओ
क्या कहते है बीइओ
शुरुआती जांच में ही फर्जी शिक्षकों की कलई खुलने लगी. मगर परत-दर-परत
जांच में मामले का खुलासा होने लगा. जिस मामले में सीजीएम कोर्ट में 51
शिक्षकों के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया गया है.
ब्रज किशोर सिंह, बीइओ , बनियापुर, सारण