मधेपुरा : नियोजित शिक्षकों ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायदेश समान काम का समान वेतन लागू करवाने को गांधी के चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष पर राज्य संघ के आह्वान पर जिला मुख्यालय के समक्ष बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक सत्याग्रह कर धरना दिया. धरना की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष संजय कुमार व मंच संचालन जिला सचिव भुवन कुमार ने किया.
शिक्षक सत्याग्रह को संबोधित करते हुये कहा संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि सूबे के लाखों प्रारंभिक माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक नियोजित शिक्षक व पुस्तकालय अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के आदेश समान काम का समान वेतन को लागू करवाने को आंदोलन का शंखनाद कर दी है. राज्य सरकार की हठ धर्मिता न्यायालय के न्यायादेश को मानने व समझने को तैयार नहीं है.
जो लोकतंत्र के लिये दुर्भाग्यपूर्ण कार्य है. 18 अप्रैल को प्रखंडों में मशाल जलाकर सरकार को जगायेंगे. 19 अप्रैल से राज्य के सरकारी विद्यालयों में तालाबंदी कर हड़ताल पर शिक्षक जायेंगे. पप्पू ने कहा कि 19 अप्रैल से सूबे के शत प्रतिशत शिक्षा व्यवस्था ठप रहेगा. शिक्षक मांगों की पूर्ति तक शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कार्य ठप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. धरना को संबोधित करते हुये संघ के
जिलाध्यक्ष संजय कुमार एवं जिला सचिव भुवन ने बयान जारी कर कहा कि समान काम का समान वेतन जब तक राज्य सरकार के द्वारा नहीं दिया जाता है. तब तक हड़ताल, तालाबंदी जारी रहेगा. धरना में मुख्य रूप से सुनील कुमार, चंद्रशेखर चंदु, संजय कुमार पुतुल, अमित कुमार, सुनील चौरसिया, नंदकिशोर राम, संजीव कुमार, सुरेंद्र कुमार, अशोक कुमार, विजय कुमार, संजय कुमार, संजीव, रविंद्र रवि, विकास कुमार सिंह, चंद्रभानु, ऐशुर रहमान, वकील चौधरी, भूपेंद्र प्रसाद यादव,
धीरेंद्र राम, मुकेश कुमार, विजय भगत, कुंजबिहारी सिंह, शिवेंद्र कुमार, निशांत ठाकुर, अजय आनंद, रविशंकर रवि, मो सजाबुल, अजय कुमार, सुबोध सिंह सुधीर, संजय कुमार राम, राकेश राम, जयप्रकाश यादव, धीरज कुमार, कुमारी सुनीता आदि शामिल हुये.
शिक्षक सत्याग्रह को संबोधित करते हुये कहा संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि सूबे के लाखों प्रारंभिक माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक नियोजित शिक्षक व पुस्तकालय अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के आदेश समान काम का समान वेतन को लागू करवाने को आंदोलन का शंखनाद कर दी है. राज्य सरकार की हठ धर्मिता न्यायालय के न्यायादेश को मानने व समझने को तैयार नहीं है.
जो लोकतंत्र के लिये दुर्भाग्यपूर्ण कार्य है. 18 अप्रैल को प्रखंडों में मशाल जलाकर सरकार को जगायेंगे. 19 अप्रैल से राज्य के सरकारी विद्यालयों में तालाबंदी कर हड़ताल पर शिक्षक जायेंगे. पप्पू ने कहा कि 19 अप्रैल से सूबे के शत प्रतिशत शिक्षा व्यवस्था ठप रहेगा. शिक्षक मांगों की पूर्ति तक शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कार्य ठप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. धरना को संबोधित करते हुये संघ के
जिलाध्यक्ष संजय कुमार एवं जिला सचिव भुवन ने बयान जारी कर कहा कि समान काम का समान वेतन जब तक राज्य सरकार के द्वारा नहीं दिया जाता है. तब तक हड़ताल, तालाबंदी जारी रहेगा. धरना में मुख्य रूप से सुनील कुमार, चंद्रशेखर चंदु, संजय कुमार पुतुल, अमित कुमार, सुनील चौरसिया, नंदकिशोर राम, संजीव कुमार, सुरेंद्र कुमार, अशोक कुमार, विजय कुमार, संजय कुमार, संजीव, रविंद्र रवि, विकास कुमार सिंह, चंद्रभानु, ऐशुर रहमान, वकील चौधरी, भूपेंद्र प्रसाद यादव,
धीरेंद्र राम, मुकेश कुमार, विजय भगत, कुंजबिहारी सिंह, शिवेंद्र कुमार, निशांत ठाकुर, अजय आनंद, रविशंकर रवि, मो सजाबुल, अजय कुमार, सुबोध सिंह सुधीर, संजय कुमार राम, राकेश राम, जयप्रकाश यादव, धीरज कुमार, कुमारी सुनीता आदि शामिल हुये.