आरा(व्यूरो)- आइसा ने अपनी मांगो को लेकर 21 अप्रैल को
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सभी छात्र घेरने का काम करेगें । आइसा के
जिलाध्यक्ष सबीर ने कहा कि आर टी ई एक्ट 2009 के अनुसार बहाली के लिए
प्रत्येक वर्ष टी ई टी परीक्षा लेना अनिवार्य है जबकि सरकार ने अबतक एक ही
बार शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित किया है ।
जब उच्चतम न्यायालय ने सरकार को फटकार लगायी तो 6 वर्षो बाद बिहार सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी शुरू की है। बिहार सरकार का मंशा है कि इस परीक्षा मे कम से कम छात्र शामिल हो। इस बार होनेवाली आयोजित परीक्षा मे सरकार प्रथम वर्ष के प्रशिक्षणरत छात्रों को परीक्षा मे शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है।
आइसा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे अपना फैसले को वापस ले। इन्हीं सब मांगो को लेकर आइसा छात्रों को गोलबंद कर मुख्यमंत्री को घेरने का काम करेगी जो पुरे बिहार मे प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। इसमे शामिल जिलाध्यक्ष सबीर, विश्व विद्यालय संयोजक , संदीप, आइसा नेता रंजन , राकेश कुमार,अनील कुमार, मदन, राहुल, निरंजन केशरी होगें।
जब उच्चतम न्यायालय ने सरकार को फटकार लगायी तो 6 वर्षो बाद बिहार सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी शुरू की है। बिहार सरकार का मंशा है कि इस परीक्षा मे कम से कम छात्र शामिल हो। इस बार होनेवाली आयोजित परीक्षा मे सरकार प्रथम वर्ष के प्रशिक्षणरत छात्रों को परीक्षा मे शामिल नहीं होने का निर्णय लिया है।
आइसा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न करे अपना फैसले को वापस ले। इन्हीं सब मांगो को लेकर आइसा छात्रों को गोलबंद कर मुख्यमंत्री को घेरने का काम करेगी जो पुरे बिहार मे प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। इसमे शामिल जिलाध्यक्ष सबीर, विश्व विद्यालय संयोजक , संदीप, आइसा नेता रंजन , राकेश कुमार,अनील कुमार, मदन, राहुल, निरंजन केशरी होगें।