पटना: किन्नररों की दुनिया एक अलग तरह की दुनिया है जिनके
बारे में आम लोगों को जानकारी कम ही होती है। अापको बता दें कि अपनी
आजीविका के लिए नाच-गाकर और खुले हाथों से ताली बजा कर अपनी पहचान बनाने
वाले किन्नर भी अब शिक्षा के प्रति सजग हो रहे हैं।
उक्त वर्ग भी अब समाज में ऊंचा उठना चाहता है। इस वर्ष बिहार राज्य की बोर्ड परीक्षाओं में 250 से अधिक किन्नर बैठेंगे। एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार 10वीं व 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए 253 किन्नरों ने पंजीयन कराया है। अधिकांश किन्नर जमुई, मधुबनी, गया, औरंगाबाद, सिवान सरान, कैमूर, वैशाली, बांका व पटना जिलों के हैं। शिक्षा विभाग ने पहली बार ऑनलाइन आवेदन प्रपत्र में किन्नर के लिए विशेष कॉलम का प्रबंध किया था।
उक्त वर्ग भी अब समाज में ऊंचा उठना चाहता है। इस वर्ष बिहार राज्य की बोर्ड परीक्षाओं में 250 से अधिक किन्नर बैठेंगे। एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार 10वीं व 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए 253 किन्नरों ने पंजीयन कराया है। अधिकांश किन्नर जमुई, मधुबनी, गया, औरंगाबाद, सिवान सरान, कैमूर, वैशाली, बांका व पटना जिलों के हैं। शिक्षा विभाग ने पहली बार ऑनलाइन आवेदन प्रपत्र में किन्नर के लिए विशेष कॉलम का प्रबंध किया था।