पटना.रिटर्न टू सोसायटी...। सिर्फ अपने लिए नहीं, समाज के लिए
भी जीना। कुछ करना। उसे कुछ देना। बिहार में ऐसे चुनिंदे बड़े पुलिस अफसर
हैं, जो सिर्फ कानून का डंडा ही नहीं चलाते, एक सफल शिक्षक की तरह बच्चों
को पढ़ाते भी हैं। वैसे तो चर्चित आईपीएस अभयानंद को सभी जानते हैं, लेकिन,
उनके पीछे कई और ऐसे कदम चल पड़े हैं जो बतौर गेस्ट लेक्चरर और एक्सपर्ट
पढ़ा रहे हैं। जानिए कौन हैं ये चार सुपर कॉप...
1. विकास वैभव
- IPS विकास वैभव ने एआईजी ट्रेनिंग ली है। नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) से लेकर पटना के एसएसपी तक रहे।
- नक्सलियों के खौफ को कम करने के लिए आजादी के बाद रोहतास फोर्ट पर पहली बार तिरंगा फहराया था।
- वैभव चाणक्या लॉ नेशनल इंस्टीच्यूट में स्टूडेंट्स को टेररिज्म विषय पढ़ाते हैं।
- इनकी दूसरी खासियत है पुरातत्व के क्षेत्र में शोध भी कर रहे हैं।
पुरातत्व में रुचि, प्राचीन इतिहास पर शोध
- विकास वैभव ने बताया कि जब वे आईआईटी में थे, तब से ही पुरातत्व में रुचि रही।
- उन्होंने बताया कि फिलहाल वे इंडस वैली सिविलाइजेशन पर काम कर रहे हैं। यह आने वाली पीढ़ियों के लिए मददगार होगा।
पीएन राय
- पीएन राय 1982 बैच के आईपीएस है। ये डीजी होमगार्ड रह चुके हैं।
- राय आपदा प्रबंधन के एक्सपर्ट के तौर पर देश की जाने-माने संस्थानों में बतौर गेस्ट लेक्चरर पढ़ाते हैं।
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नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट, दिल्ली, लाल बहादुर शास्त्री
नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन मसूरी और सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस
एकेडमी हैदराबाद में बतौर गेस्ट लेक्चरर इनकी मांग हैं।
...खतरों से आगाह कर सकूं
- 2008 में कोसी आपदा के समय आपदा प्रबंधन विभाग में पोस्टिंग हुई थी।
- उनकी कोशिश है कि विनाशकारी आपदाओं के खतरों से आगाह कर सकें।
डॉ. कमल किशोर सिंह
- डॉक्टर कमल किशोर सिंह साल 1996 बैच के आईपीएस हैं। वे स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो में आईजी रह चुके हैं।
- डॉ. कमल चाणक्या नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में गेस्ट लेक्चरर के रूप में पढ़ाने जाते हैं। लॉ एंड आर्डर विषय पढ़ाते हैं।
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आईआईएम कोलकाता में भी इन्हें बुलाया जाता है। बिपार्ड (बिहार इंस्टीच्यूट
ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट) में प्रशासनिक अफसरों को भी
ट्रेनिंग देते हैं।
योग्यता के हिसाब से हर योगदान अहम
- जीवन में आपने क्या हासिल किया, यह उतना मायने नहीं रखता।
- आप अपनी योग्यता के हिसाब से कितना दे पाते हैं यह अहम है।
पारसनाथ
- पारसनाथ 1996 बैच के आईपीएस हैं। वे आईजी मुख्यालय रह चुके हैं और वे बिपार्ड में पढ़ाते रहे हैं।
- मोटिवेशन, अनुशासन, वर्किंग, माहौल और पुलिस से जुड़े विषयों पर बताना पढ़ाना अच्छा लगता है।
- उन्होंने बताया कि दो वर्ष पहले तक बिपार्ड में बतौर गेस्ट लेक्चरर पढ़ाता रहा।
- फिलहाल काम के दबाव के कारण ऐसा नहीं कर पा रहा हूं।
- हां, लेकिन यह इच्छा जरूर रहती है कि जब भी मौका मिले इस काम से जुड़ूं।
स्कूली बच्चों को पढ़ाना सुकून का काम
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उन्होंने बताया कि जहां-जहां पोस्टिंग रही वहां-वहां स्कूलों में बच्चों
के साथ भी कई विषयों पर पढ़ने-पढ़ाने का मौका मिलता रहा। यह सुकून देने वाला
काम है।